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खेती के साथ प्रोसेसिंग और इको-टूरिज्म भी, किसानों के लिए रोल मॉडल है यह दंपति!

By निशा डागर

कान सिंह और सुशीला के घर के दरवाजे उन सभी लोगों के लिए खुले हैं जो खेती तो करना चाहते हैं, लेकिन उनके पास ज़मीन नहीं है।

मैकेनिकल इंजीनियर बन गया किसान, खुद भी कमाता है लाखों में और दूसरों को भी देता है रोज़गार!

गाँव के पढ़े-लिखे युवाओं को अपने साथ वह खास तौर से जोड़ने की कवायद कर रहे हैं, ताकि उन्नत खेती पर पूरा ध्यान दें सकें।

रिटायर्ड आर्मी अफसर ने शुरू की प्राकृतिक खेती, सोलर पॉवर से बनें आत्मनिर्भर!

खेती में जो उपज होती है, उससे उन्हें साल में करीब ढाई लाख रुपये की आमदनी हो जाती है।

मिर्च की प्रोसेसिंग ने बदली किसानों की ज़िंदगी, लॉकडाउन में भी नहीं रुका काम!

By निशा डागर

पहले किसानों को उनकी ताजा मिर्च का 50 रुपये प्रति किलो तो सूखी मिर्च का 150 रुपये प्रति किलो दाम मिलता था, लेकिन इसी मिर्च के पाउडर का दाम उन्हें 700 रुपये प्रति किलो मिल रहा है।

आर्किटेक्ट ने 10 एकड़ की बंजर ज़मीन को बना दिया 100 प्रकार के फलों का जंगल!

केरल में स्थित एलधो का 'स्वर्ग मेडू' 20 किस्म के सेबों का घर है और यहाँ 6-7 प्रकार के संतरे, अंगूर, लीची, और स्ट्रॉबेरी भी हैं!

कैंसर को हराया, नौकरी छोड़ी और महज़ पांच एकड़ में खिलाये गुलाब, गोभी और ड्रैगन फ्रूट भी!

By साधना शुक्ला

“11 साल हो गए होंगे, जब मुझे कैंसर हो गया था, पीजीआई के डॉक्टरों ने आधा गाल काटकर निकाल दिया, जान तो बच गई, पैसे भी बहुत खर्च हुए लेकिन उसके बाद संभलना बहुत मुश्किल हो गया था। आपरेशन के बाद जब मैं ठीक हुआ तो सबसे पहले ये काम किया कि ऐसी खेती करनी है जिसमें नुकसान न हो।"

एक गृहिणी ने टमाटर लगाने से की थी शुरुआत, अब पूरे गाँव की महिलाओं को बना दिया जैविक किसान

महज 10 सदस्यों से शुरु हुए इस समूह में अब 50 महिलाएं शामिल हो चुकी हैं जो सब्जियों, फलों और यहां तक ​​कि धान की खेती करती हैं।

हिमाचल: हींग, कॉफी, ऐवाकाडो के 3 लाख+ पौधे मुफ्त किसानों में बांट चुके हैं डॉ. विक्रम

By रोहित पराशर

डॉ. विक्रम कॉफी के अलावा निचले क्षेत्रों में उगाया जाने वाला सेब, कीवी, ऐवाकाडो, पीस्ता और हींग की खेती को बढ़ावा देने के लिए विदेशों से मंहगे दामों में बीज मंगवाकर पहले तो इनकी पौधे अपने यहां तैयार करते हैं और इसके बाद इसे किसान-बागवानों में बांट देते हैं।

स्टुडियो की छत पर सब्ज़ियाँ उगाकर ग्राहकों को मुफ्त में बांटता है यह फोटोग्राफर

By पूजा दास

शिबी आस-पास की इमारतों के टैंक से बहने वाले पानी को एक जगह इकट्ठा करके पौधों की सिंचाई के लिए इस्तेमाल करते हैं!