IAS इरा सिंघल ने शारीरिक परेशानी और सामाजिक समस्याओं के बावजूद, UPSC की परीक्षा 2 बार पास की और IRS अधिकारी बनीं, लेकिन उनकी मंज़िल तो कुछ और थी, इसलिए तीसरी बार फिर परीक्षा में बैठीं और टॉप कर IAS अधिकारी बनीं।
केरल के कोझिकोड की रहनेवाली नौजिशा हर दिन मारपीट और अपमान का सामना करती थीं। वह मानसिक तौर से कमज़ोर और अपनी शादी से इतनी तंग आ चुकी थीं कि उन्होंने आत्महत्या तक करने की कोशिश की। लेकिन आज वह कई महिलाओं के लिए प्रेरणा बन चुकी हैं।
हरियाणा की पहली महिला ड्रोन पायलट, निशा सोलंकी महाराणा प्रताप बागवानी विश्वविघालय करनाल से जुड़कर किसानों को ड्रोन उड़ाने की ट्रेनिंग देने में लगी हैं, ताकि खेती और किसान किसी भी मामले में पीछे न रह जाएं।
दिल्ली में रहने वाली हिरण्यमयी शिवानी और उनकी बहू मंजरी सिंह ने लॉकडाउन के दौरान अपने क्लाउड किचन की शुरुआत की। 'द छौंक' के बिहारी व्यंजनों का स्वाद आज पूरे शहर में मशहूर है और यह बिज़नेस हर महीने लगभग 4 लाख रुपये कमा रहा है।
केरल में रहने वाली जैमी साजी ने देखा कि लोग कटहल खाकर बीजों को फेंक देते थे; लेकिन यह तो सेहत के लिए बहुत ज़्यादा फ़ायदेमंद होते हैं! बस तभी उन्हें अपने स्टार्टअप 'होली क्रॉस इंडस्ट्रीज़' का आईडिया आया और वह एक गृहिणी से बन गईं सफल बिज़नेसवुमन।
घरेलू काम करते हुए बिहार की रश्मि कुमारी ने एक दिन सरकारी परीक्षा देने की सोची और अपने बच्चों के साथ पढ़ाई करके बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की परीक्षा पास कर ली। है न कमाल की बात!
महज़ 3 फिट की पियाशा महलदार को उनकी शारीरिक परेशानियां भी अखिल भारतीय UGC-NET परीक्षा 2022 में 99.31 प्रतिशत अंक के साथ शानदार सफलता हासिल करने से रोक न सकीं।
महाराष्ट्र के एक गरीब किसान की बेटी, ऐश्वर्या श्रीकृष्ण पवार ने कनाडा के अल्बर्टा यूनिवर्सिटी में एमएससी के लिए ऑनलाइन एप्लीकेशन दिया और पहले ही एटेम्पट में इंटरव्यू में सलेक्ट हो गईं।
बुरहानपुर के आदिवासी बाहुल्य झांझर गांव में करीब दस साल पहले तक रूढ़िवादी सोच के चलते बेटियां पांचवीं क्लास से आगे नहीं पढ़ पाती थीं। लेकिन एक महिला ने अकेले दम पर इस आदिवासी समाज में शिक्षा की लौ जला दी है। कमलाबाई ने इन हालातों को बदलने का बीड़ा उठाया और आज गांव की 50 से ज़्यादा बेटियां स्कूल और कॉलेज तक में पढ़ाई कर रही हैं।