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प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

बर्बाद हो रहे फलों से 12वीं पास युवक ने खड़ा कर दिया कारोबार, दिया 1200 महिलाओं को रोजगार

By प्रीति टौंक

मिलिए राजस्थान के रहने वाले राजेश ओझा से, जिन्होंने शहरी जीवन छोड़कर गांव में रहकर ही खड़ा किया शानदार रोजगार। जिसके ज़रिए आज वह कचरे में जा रहे फलों को बचाने के साथ-साथ गांव की 1200 महिलाओं को रोजगार भी दे पा रहे हैं।

दिल्ली के प्रदूषण से हुए परेशान तो बनाया देश का पहला AC एयर प्यूरीफायर

By प्रीति टौंक

दिल्ली के रहने वाले रवि कौशिक, बढ़ते प्रदूषण को देखते हुए बड़े हुए हैं। बचपन में ही उन्होंने इस समस्या के लिए कुछ करने का फैसला कर लिया था। आख़िरकार, साल 2020 में उन्होंने अपना वह सपना पूरा किया और घर के अंदर की हवा को साफ करने के लिए बनाया AC एयर प्यूरीफायर।

जानिए क्यों चंद्रयान-3 की लैंडिंग है इतनी खास? जिससे दुनियाभर की जुड़ी है आस

By प्रीति टौंक

चंद्रयान-3 मिशन की सफल लॉन्चिंग के बाद अब सभी की नज़र उसकी लैंडिंग पर टिकी है। जानिए क्यों है विक्रम लैंडर की सॉफ्ट लैंडिंग पूरे देश के लिए जरूरी।

नोएडा में ले आयीं हिल स्टेशन की ठंडक, घर पर उगाए 3000 से ज्यादा पौधे

By प्रीति टौंक

नोएडा के प्रदूषण और गर्मी में भी आलिया वसीम का घर किसी हिल स्टेशन जैसा ठंडा रहता है और घर आने वाला कोई भी मेहमान इसकी तारीफ किए बिना नहीं रहा पता। जानिए कैसे किया उन्होंने यह कमाल!

बच्चों के लिए सुधा मूर्ति की लिखीं ये 10 किताबें, सिखाती हैं जीवन के ज़रूरी सबक

By प्रीति टौंक

सुधा मूर्ति की लिखी ये 10 किताबें नए ज़माने के माता-पिता के लिए किसी वरदान से कम नहीं हैं! इन किताबों में बच्चों को मिलेगें जीवन के सच्चे और अहम सबक।

18 साल की अनुस्वेता ने प्लास्टिक वेस्ट से बनाया लाइफ जैकेट, बाढ़ में सुरक्षित रहेंगे आम लोग

By प्रीति टौंक

18 साल की अनुस्वेता देब ने प्लास्टिक वेस्ट का बखूबी इस्तेमाल करके, एक ऐसा लाइफ जैकेट तैयार किया है जो बाढ़ के समय आम आदमी की जिंदगी बचाने में मददगार साबित हो रहा है। आप खुद ही देख लीजिए।

द बेटर इंडिया से गार्डनिंग सीखकर बनीं अर्बन गार्डनर, छत पर ही उगाए 20 तरह के फल

By प्रीति टौंक

मिलिए हरिद्वार की डॉ. अंशु राठी से; जिन्होंने अपनी बेटी को घर की ऑर्गेनिक फल-सब्जियां खिलाने के लिए साल 2013 में गार्डनिंग शुरू की थी। उनके इस सफर में द बेटर इंडिया भी उनका साथी रहा है! जानिए कैसे..

भारत तब और अब! आज़ादी के 76 साल बाद जानिए किन क्षेत्रों में की कितनी तरक्की

By प्रीति टौंक

आज़ादी के समय हमारे देश में स्कूलों की संख्या महज एक लाख के करीब थी, जो अब बढ़कर 15 लाख से ज्यादा हो गई है। शिक्षा ही नहीं स्वास्थ्य, सड़क और व्यापर के क्षेत्र में भी देश ने खूब तरक्की की है, जानिए बीते 76 सालों में आए बदलाव की कहानी।