भारत तब और अब! आज़ादी के 76 साल बाद जानिए किन क्षेत्रों में की कितनी तरक्की

India Then And Now

आज़ादी के समय हमारे देश में स्कूलों की संख्या महज एक लाख के करीब थी, जो अब बढ़कर 15 लाख से ज्यादा हो गई है। शिक्षा ही नहीं स्वास्थ्य, सड़क और व्यापर के क्षेत्र में भी देश ने खूब तरक्की की है, जानिए बीते 76 सालों में आए बदलाव की कहानी।

2023 में अंग्रेंजी हुकूमत की बेड़ियों को तोड़े हुए हमारे देश ने कुल 76 वर्ष पूरे कर लिए हैं। हर साल की तरह इस साल 15 अगस्त के अवसर पर आज़ाद होने की खुशी में पूरा देश जश्न मनाएगा। सालों पहले आज़ादी के लिए अलग-अलग देश भक्तों के बलिदान और वीरता की बातें फिर से गाई सुनाई जाएंगी। 

इन सभी बातों के साथ, बहुत जरूरी यह जानना भी है कि इन बीते 76 सालों में हमने देश को किस मुकाम तक पहुंचाया है। देश के विकास का लेखा जोखा जानने के लिए बीते सालों में आए बदलाव के बारे में जानना बेहद जरूरी है।  

क्या आप जानते हैं कि देश में पहले कितनी सड़के, स्कूल और अस्पताल थे और आज इसकी संख्या बढ़कर कितनी हो गई हैं। अगर नहीं, तो आइए जानें तब और आज के भारत में आए बदलाव की कहानी, किन क्षेत्रों में हुई कितनी तरक्की- 

1. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा

देश में चिकित्सा एवं स्वास्थ्य सेवा के क्षेत्र की बात करें तो पहले, आज़ादी के समय देश में सिर्फ 19 मेडिकल कॉलेज थे। आज यह संख्या बढ़कर 704 हो गई है। हॉस्पिटल्स 7000 से 69000 हो गए हैं और पहले जहां देशभर में सिर्फ 61000 डॉक्टर्स थे, वहीं आज भारत में 13 लाख डॉक्टर्स मौजूद हैं। मातृत्व मृत्यु दर 2000 से घटकर मात्र 103 रह गई है इसके साथ ही शिशु मृत्यु दर प्रति एक हजार में 150 से घटकर 27.6 हो गई है।  

2. शिक्षा

देश में शिक्षा की बात करें तो साक्षरता दर 12% से बढ़कर 77% हो गई हैं। देश में स्कूलों की संख्या एक लाख 40 हजार से बढ़कर 15 लाख हो गई है और यूनिवर्सिटीज़ जो पहले सिर्फ 20 थीं, आज उनकी संख्या 1074 हो गई हैं।  

3. सड़क

भारत में कुल 599 राष्ट्रीय राजमार्ग और दुनिया का दूसरा सबसे बड़ा सड़क नेटवर्क मौजूद है। साल 1947 में राष्ट्रीय राजमार्गों की कुल लंबाई सिर्फ 21,378 किमी थी और अब (मार्च 2022 तक) यह लम्बाई 161,350 किमी हो गई है। 

Indian Roads

4. वन क्षेत्र

1970 में भारत में केवल पाँच नेशनल पार्क थे। 1972 में, भारत वन्यजीव संरक्षण अधिनियम और 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर लागू किया गया और वर्तमान में भारत में 106 नेशनल पार्क हैं।

5. बिजली

1947 में भारत में बिजली उत्पादन की कुल क्षमता 1,362 मेगावाट थी ,जो आज बढ़कर 400,000 मेगावाट तक पहुंच गई है।

आज़ादी के समय सिर्फ 1500 गाँवों तक बिजली पहुंच पाई थी, जबकि आज 5,97,464 गांव बिजली से रौशन हैं।

6. अंतरिक्ष विज्ञान

भारत में पहले रॉकेट प्रक्षेपण कार्यक्रम की शुरुआत 21 नवंबर 1963 को केरल के तिरुवंतपुरम के पास थुंबा से हुई थी । इस राकेट को रॉकेट लॉन्चिंग स्टेशन तक साइकिल से ले जाया गया था। उस समय अंतरिक्ष कार्यक्रम से जुड़े वैज्ञानिकों के पास अपना कोई कार्यालय तक नहीं था, और आज हमने चंद्रयान-3 लॉन्च करके चाँद पर पहुंचने वाले चौथे देश की उपाधि हासिल कर ली है। 

7. निर्यात

भारत के निर्यात दर की बात करें तो साल 1950-51 में यह सिर्फ 1.27 बिलियन डॉलर थी जो साल 2022-23 में बढ़कर 770 बिलियन डॉलर तक पहुंच चुकी है। 

8. तकनीक

तकनीक के मामले में भी देश ने शानदार कामयाबियां हासिल की हैं। 1947 में भारत की 350 मिलियन की आबादी के लिए लगभग 84,000 टेलीफोन लाइनें ही थी। जबकि 1986 में भारत में इंटरनेट आया, उस दौर में यह केवल शिक्षा और अनुसंधान के लिए ही उपलब्ध था। वहीं आज साल 2023 में भारत में लगभग 1.2 बिलियन इंटरनेट उपयोगकर्ता मौजूद हैं। 

9. एयरलाइन्स

एयरलाइन्स, परिवहन सेवा का एक अहम हिस्सा है और देश की तरक्की का अभिन्न अंग भी। आज़ादी के समय यह सेवा देश के मात्र कुछ ही लोगों तक सीमित थी और एयरलाइन्स कंपनी की बात करें तो उस दौरान देश में महज नौ कंपनी थी जो एयर ट्रांसपोर्ट की सुविधा देती थी। जबकि हाल में देश में 39 एयर ट्रासंपोर्ट कंपनियां हैं ।

इसके अलावा भी कई ऐसे सेक्टर हैं, जहां देश ने शानदार तरक्की की है। इस 15 अगस्त को जरूरत है उसी सकारात्मक बदलाव का जश्न मनाने की। हम आशा करते हैं कि आने वाले साल दर साल भारत कामयाबी की उंचाईयों को छुए और इसे मुमकिन करने के लिए हम सभी अपने-अपने स्तर पर प्रयास करते रहें। क्योंकि हमारी तरक्की से ही देश का विकास संभव है।  

इसी सोच के साथ, आप सभी को मुबारक हो आज़ादी का यह उत्सव।  

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