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प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

राजस्थान में बना देश का पहला मिट्टी से बना नृत्य आश्रम, विदेश से भी डांस सीखने आते हैं लोग

By प्रीति टौंक

जयपुर से 30 किमी दूर महेश्वास गांव में बने ‘विन्यासा डांस आश्रम’ में देश-विदेश से लोग वेस्टर्न और कंटेम्पररी डांस सीखने आते हैं। इस डांस स्कूल को पूरी तरह से मिट्टी और बैम्बू जैसी प्राकृतिक चीजों से बनाया गया है।

ढेरों फूलों वाले पारिजात का पौधा लगाना है बेहद आसान, जानें कैसे उगाएं व कैसे रखें ध्यान

By प्रीति टौंक

अगर घर में अच्छी धूप आती है, तो पारिजात का पौधा बिना खाद और देखभाल के ही अच्छा बढ़ेगा और ढेरों फूलों से आपको गार्डन को महका भी देगा। पढ़ें, इसे लगाने और देखभाल से जुड़ी ज़रूरी बातें।

बाहर नहीं थी जगह, तो घर के अंदर ही उगा लिए 300 पौधे

By प्रीति टौंक

पटना के ऑर्थोपेडिक सर्जन डॉ. पंकज कुमार के घर का हर एक कोना पौधों से सजा हुआ है। खिड़की हो या बेडरूम, हर जगह आपको कई पौधे दिख ही जाएंगे।

कैसे एक आम गृहिणी बनी इलेक्ट्रीशियन? घर चलाने के लिए शुरू किया था काम, आज बना उनकी पहचान

By प्रीति टौंक

पिछले 15 सालों से गया (बिहार) की सीता देवी एक इलेक्ट्रीशियन के तौर पर काम कर रही हैं और बल्ब से लेकर माइक्रोवेव तक सबकुछ ठीक कर सकती हैं। पढ़ें, एक गृहिणी से इलेक्ट्रीशियन देवी बनने तक की उनकी पूरी कहानी।

चाची की चलती-फिरती रसोई से भरता है गरीबों का पेट, खुद के खर्च पर खिलाती हैं लोगों को खाना

By प्रीति टौंक

सोनभद्र की बिफन देवी खुद के साथ, दूसरों का पेट भरने में विश्वास रखती हैं। तभी तो पिछले कई सालों से वह अपने साथ साथ, खुद के खर्च पर कई गरीबों को भी खाना खिलाती आ रही हैं।

दिल्ली के प्रदूषण ने किया जीरो वेस्ट जीवन के लिए प्रेरित, अब दूसरों को भी दे रहीं ट्रेनिंग

By प्रीति टौंक

साल 2013 में मुंबई से दिल्ली शिफ्ट हुई नीलिमा बुच और उनका परिवार अक्सर वहां के प्रदूषण से परेशान रहते थे। तभी उन्होंने सोचा कि दिक्कत सिर्फ हवा के प्रदूषण में नहीं, बल्कि हमारे रहने के तरीके में भी है। तब से उन्होंने अपने घर को जीरो वेस्ट बनाने का सफर शुरू किया और आज वह कइयों को जीरो वेस्ट जीवन जीना सिखा रही हैं।

15 की उम्र में शुरू किया बिज़नेस, विदेशों तक पहुंचा रही हैं भारत की टेराकोटा ज्वेलरी

By प्रीति टौंक

कोयंबटूर की स्मृति ने दसवीं की परीक्षा पास करने से पहले अपना बिज़नेस शुरू कर दिया था। वह अब तक 200 लोगों को टेराकोटा ज्वेलरी बनाना सिखा चुकी हैं और मात्र 22 की उम्र से एक सफल बिज़नेस चला रही हैं।