जयपुर से 30 किमी दूर महेश्वास गांव में बने ‘विन्यासा डांस आश्रम’ में देश-विदेश से लोग वेस्टर्न और कंटेम्पररी डांस सीखने आते हैं। इस डांस स्कूल को पूरी तरह से मिट्टी और बैम्बू जैसी प्राकृतिक चीजों से बनाया गया है।
मानसून में मलेरिया और डेंगू जैसी बीमारियां होने का खतरा बढ़ जाता है। अक्सर ये बीमारियां मक्खियों द्वारा फैलती हैं। मक्खियों को दूर करने के लिए आप इन नेचुरल हैक्स को अपना सकते हैं। इससे आपके घर में मक्खियां भी नहीं आएंगी और घर साफ-सुथरा भी रहेगा।
केरल के पुरुषन एलूर ने कोच्चि के पास एलूर में एक सस्टेनबल घर बनाया है। इस घर की खासियत यह है कि यह फ्लड-प्रूफ है, यानि इसमें बाढ़ का खतरा नहीं है। इसके लिए उन्होंने अपने 25 साल पुराने कंक्रीट के घर को रिसाइकल किया, जो 2018 केरल बाढ़ के दौरान काफी क्षतिग्रस्त हो गया था।
सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्रालय की पहल से देशभर में बन रहा है गोबर से पेंट, जिससे किसानों को मिला आय का नया ज़रिया तो आम लोगों को मिला पेंट का ईको-फ्रेंडली विकल्प। बरगढ़, ओडिशा में प्राकृतिक पेंट बनाने वाली दुर्गा प्रियदर्शनी से जानिए क्या हैं इसके फायदे।
पर्यावरण को ध्यान में रखते हुए केरल के आर्किटेक्ट मानसी और गुरुप्रसाद ने एक इको-फ्रेंड्ली घर बनाया है। इस घर को बनाने के लिए उन्होंने मिट्टी, रीसायकल का गई लकड़ियां, गुड़ आदि का इस्तेमाल किया है। जानें कैसे बना है यह घर और इसे बनाने में कितना आया खर्च।
मिट्टी का घर टिकाऊ नहीं होता, इसमें ज्यादा देखरेख की जरूरत होती है। अगर एक ईको -फ्रेंडली घर के प्रति आपकी सोच भी ऐसी ही है, तो आर्किटेक्ट तुषार केलकर से जानें इन सारी समस्याओं का समाधान।
आर्किटेक्ट नितिन एमएस और मनोज बडकिलया ने कर्नाटक में एक ऐसा सस्टेनबल घर बनाया है, जिसे स्थानीय सामग्री के साथ-साथ पुरानी लकड़ियों और रूफ टाइलों को रीसायकल करके बनाया गया है।
प्रोडक्ट डिजाइनर सृष्टि गर्ग ने पारंपरिक टिफिन कैरियर से प्रेरणा लेते हुए एक अनोखा टेकअवे डिजाइन बनाया है। सृष्टि द्वारा बनाया गया 'डिप-इन टिफिन' डिजाइन इकोफ्रेंडली भी है और इसमें खाना ले जाना भी आसान है।