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प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

नौकरी छोड़ बने किसान! बिना मिट्टी उगा रहे सब्जियां, लगा चुके हैं 1000 हाइड्रोपोनिक सेटअप

By प्रीति टौंक

राजकोट के 30 वर्षीय रसिक नकुम ने साल 2013 में टीचर की नौकरी के साथ-साथ हाइड्रोपोनिक तरीके से सब्जियां उगाना शुरू किया था। वहीं, पिछले चार सालों से वह नौकरी छोड़कर एक कृषि एक्सपर्ट के तौर पर काम कर रहे हैं। पढ़ें, कैसे हुआ यह सब मुमकिन।

सिंगल यूज़ प्लास्टिक बंद होने के बाद शुरू हुआ अनोखा कैफ़े, प्लास्टिक के बदले मिलेगा फ्री खाना

By प्रीति टौंक

देशभर में जहां सिंगल यूज़ प्लास्टिक पर बैन लगा है, ऐसे में लोगों को प्लास्टिक रीसायकल के लिए प्रेरित करने के लिए जूनागढ़ में एक अनोखी पहल की जा रही है। यहां आप प्लास्टिक जमा करके मुफ्त में खाना खा सकते हैं।

बारिश के मौसम में इन पांच होममेड हेयर पैक के ज़रिए रखें अपने बालों का ख्याल

By प्रीति टौंक

मानसून में अगर आपके बाल भी ज्यादा झड़ते हैं या चिपके-चिपके रहते हैं, तो इन होममेड हेयर मास्क से आप इन छोटी-छोटी दिक्कतों से आराम से छुटकारा पा सकते हैं। वह भी बिना केमिकल और ज्यादा पैसे खर्च किए।

70 की उम्र में बागवानी करके जवां हैं यह रिटायर्ड इंजीनियर, घर पर लगाए 8000 पौधे

By प्रीति टौंक

नवसारी (गुजरात) के डूंगरी गांव में बना, रिटायर्ड इंजीनियर सुरेशचंद्र पटेल का घर किसी फार्म हाउस से कम नहीं है। उनका पूरा परिवार साथ मिलकर 8000 से ज्यादा पौधों की देखभाल करता है।

माँ से 5000 उधार लेकर शुरू किया काम, हाथों से बने ब्यूटी प्रोडक्ट्स ने हज़ारों ग्राहकों के बीच दिलाई पहचान

By प्रीति टौंक

रायपुर की राखी श्रीवास्तव VIU naturals नाम से 45 तरह के हैंडमेड नेचुरल प्रोडक्ट्स बनाकर बेच रही हैं और इसके जरिए लाखों रुपये भी कमा रही हैं। लेकिन एक समय पर उनके पास इस बिज़नेस को शुरू करने तक के पैसे नहीं थे।

बारिश के पानी से करते हैं बोरवेल रिचार्ज, सालभर पड़ोसियों को भी नहीं होती पानी की किल्लत

By प्रीति टौंक

करीबन 10 साल पहले, मुंबई के चेतन सूरेंजी के इलाके में बना बोरवेल अक्सर गर्मियों में सूख जाया करता था, जिससे पानी की बड़ी समस्या रहती थी। लेकिन बारिश का पानी बचाने के उनके प्रयासों से आज उनके साथ-साथ, उनके पड़ोसियों को भी सालभर पानी की दिक्कत नहीं होती।

नमक को छोड़कर सबकुछ उगता है इनके खेत में, रिटायरमेंट के बाद बनाये पांच आदर्श गाँव

By प्रीति टौंक

रिटायरमेंट के बाद अक्सर लोग आराम भरा जीवन जीने के सपने देखते हैं, लेकिन आयकर अधिकारी आर के पालीवाल ने रिटायरमेंट के बाद 20 एकड़ खेत पर कम्युनिटी फार्मिंग करना शुरू किया, जिसके जरिए वह जैविक खेती को बढ़ावा देना चाहते हैं। इससे पहले भी नौकरी में रहते हुए वह मॉडल गांव के लिए काम करते रहते थे।

IT इंजीनियर ने बनाई एक ऐसी टाउनशिप जहां सीमेंट के नहीं, बनेंगे सिर्फ मिट्टी के घर

By प्रीति टौंक

बेंगलुरु के पास बना NSR Green Woods एक ईको-फ्रेंडली टाउनशिप है, जो बिजली और पानी के लिए किसी पर आधारित नहीं और यहाँ बने हर घर में एक किचन गार्डन भी है। इस टाउनशिप के संस्थापक राघव राव ने आईटी कंपनी की नौकरी छोड़कर, साल 2015 में इसकी शुरुआत की थी।