केरल के कोक्कवड गाँव के रहने वाले जोशी मैथ्यूज के पास 0.25 एकड़ जमीन है, जहाँ उन्होंने जैविक खेती और मछली पालन से लेकर मधुमक्खी पालन की सुविधा भी विकसित कर ली है।
विदेशी बाज़ार में हल्दी, अदरक, कसावा की विशेष मांग है जिसे वहाँ सामान्यतः उगाया नहीं जाता लेकिन इस किसान के खेतों में ये सब प्रचुर मात्रा में होते हैं।
पाटिल ने जब बांस की खेती करना शुरू किया तब उनके सिर पर दस लाख रुपये का कर्ज था, लेकिन बांस की खेती ने न सिर्फ उन्हें कर्जमुक्त किया बल्कि आज पूरे देश में उनकी एक अलग पहचान है!