इस सिस्टम को बनाने वाले बीजू जलाल कहते हैं, “मैंने कभी नहीं सोचा था कि यह सिस्टम इतना फेमस हो जाएगा। पिछले 8 महीनों में 20,000 से अधिक यूनिट बेच चुका हूँ और अभी भी ऑर्डर मिलते जा रहे हैं!”
1985 के आस-पास जब वैज्ञानिकों ने ओजोन परत के क्षरण की बात की तो चंद्रपाल सिंह ने इसे काफी गंभीरता से लिया और तभी से शुरू कर दिया औषधीय जंगल बसाने का काम।
"मैं देश के अधिक से अधिक किसानों तक पहुंचना चाहता हूं और किसी कार्पोरेट या एमएनसी पर निर्भरता के बिना अधिक पैदावार में उनकी मदद करना चाहता हूँ।” -जय प्रकाश सिंह
खुदाई के दौरान कई बड़े-बड़े ऐसे पत्थर मिले, जिनको काटकर डोभा बनाना मुश्किल ही नहीं बल्कि नामुमकिन सा लगता था। इन पत्थरों को तोड़ते हुए दोनों घायल भी हुए, लेकिन इन दोनों ने हिम्मत नहीं हारी।