पुराने सामान या बेकार पड़े डिब्बों को रीसाइकल कर प्लांटर्स बनाने के बारे में तो आपने खूब सुना और देखा होगा। लेकिन क्या आप जानते हैं, पुरानी डेनिम को भी रीसाइकल कर प्लांटर्स तैयार किए जा सकते हैं?
हैंडमेड पेपर के बारे में तो आपने जरूर सुना होगा, लेकिन क्या कभी आपने गोबर से बने पेपर के बारे में सुना है? तो चलिए आपको बताते हैं, कैसे जयपुर के भीम राज शर्मा और उनकी बेटी जागृति, आज गोबर और कॉटन वेस्ट का उपयोग करके कई प्रोडक्ट्स बना रहे हैं।
मध्य प्रदेश के विजय पाटीदार, नीता दीप बाजपेई और अर्जुन पाटीदार ने मिलकर 'गोशिल्प इंटरप्राइजेज' की शुरुआत की है, जिसके जरिए वे गोबर से इको फ्रेंडली मूर्तियां और होम डेकॉर बना रहे हैं।
बेंगलुरु का घोष परिवार, हमेशा से ज़ीरो कार्बन वेस्ट वाले ईको-फ्रेंडली घर में रहना चाहता था। इसी सोच के साथ जब 2013 में उन्होंने अपना घर बनाया, तो इसमें प्राकृतिक साधनों के इस्तेमाल पर जोर दिया गया। कैसे बनाया उन्होंने अपने घर को एक सस्टेनेबल घर, चलिए जानें।
महज दस साल की उम्र में मान्या पर्यावरण को लेकर काफी सचेत हैं। वह अपने तरीके से इसे बचाने का प्रयास भी कर रही हैं। मान्या, सब्जियों के छिल्कों से बेहद आसानी से इको फ्रेंडली पेपर बना लेती हैं।
अगर आप भी ज़ीरो वेस्ट या सस्टेनेबल लाइफस्टाइल अपनाना चाहते हैं, तो इसके लिए कैसे शुरुआत करें, क्या बदलाव लाएं? इन सभी सवालों के जवाब के लिए, मिलिए अहमदाबाद की पंक्ति पांडे से, पिछले कुछ सालों से ज़ीरो वेस्ट लाइफ जीने के लिए सभी जरूरी प्रयास कर रही हैं।।