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Video: मैकेनिक ने बनाई 'साइकिल आटा-चक्की', अनाज पीसने के साथ होगा स्वास्थ लाभ भी

By अर्चना दूबे

उत्तर प्रदेश के गोरखपुर में रहने वाले गंगाराम चौहान वैसे तो साइकिल-रिक्शा मैकेनिक हैं, लेकिन इसके साथ ही, वह एक जाने-माने, सफल इनोवेटर भी हैं। हाल ही में उन्होंने एक साइकिल आटा-चक्की बनाई है।

IIT Roorkee ने चीड़ के पत्तों से बनाया पेपर, अब जंगलों में लगनेवाली आग के मामले होंगे कम

By अर्चना दूबे

पाइन नीडल यानी चीड़ की पत्तियों के सही उपयोग पर ध्यान देना बेहद ज़रूरी है। ये पहाड़ी इलाकों को काफी नुकसान पहुंचाते हैं। इसके कारण जंगल में आग का खतरा बढ़ जाता है। IIT Roorkee की रिसर्च टीम ने इसमें मौजूद हाई सेल्युलोसिक कंटेंट से पेपर बनाने का काम किया है।

कचरा बीनने वालों ने कूड़े से निकाली फैशन की राह, हो रही करोड़ों की कमाई

By अर्चना दूबे

दिल्ली की अनीता आहूजा और उनके पति शलभ एक अनोखे अभियान को अंजाम दे रहे हैं। वे प्लास्टिक के कचरे को दुबारा उपयोग कर, एक्सपोर्ट क्वालिटी के सुन्दर उत्पाद बनाते हैं।

मात्र 30 हजार रुपयों से शुरू किया ईको-फ्रेंडली स्किन केयर ब्रांड, हर महीने मिलते हैं 100 से ज्यादा ऑर्डर्स

By प्रीति टौंक

अहमदाबाद की 24 वर्षीय सुरभि भंसाली, हमेशा से कुछ ऐसा करना चाहती थीं, जो लोगों के लिए उपयोगी हो। आज वह नौकरी छोड़, किफायती ईको-फ्रेंडली स्किन केयर प्रोडक्ट्स बना रही हैं।

न सड़क, न बिजली, फिर भी सीखा प्लास्टिक से प्रोडक्ट बनाना, दिया कई महिलाओं को रोज़गार

By अर्चना दूबे

काजीरंगा (असम) के छोटे से गाँव (बोसागांव) में रहने वाली रूपज्योति गोगोई, प्लास्टिक को रीयूज़ करके उससे बैग्स बनाती हैं।

गाँव का इको फ्रेंडली स्टार्टअप, पातालकोट के सुकनसी से खरीदिए पत्तों से बनी कटोरियाँ

By प्रीति टौंक

छिंदवाड़ा (मध्यप्रदेश) के पातालकोट निवासी, सुकनसी भारती ने अपनी आर्थिक स्थिति में सुधार लाने और पर्यावरण को बचाने के उदेश्य से, पत्तों से कटोरी (दौना) बनाना सीखा। आज वह, आस-पास के गावों और होटलों में अपने दौने बेच रहे हैं।

शहरी जीवन छोड़ पहाड़ों में बनाई टिकाऊ इमारत, 100 सालों तक चलेगा यह फार्मस्टे

By अर्चना दूबे

दिल्ली के रहनेवाले अनिल चेरुकुपल्ली और उनकी पत्नी अदिति ने शहरी जीवन छोड़, पहाड़ों में एक ऐसा फार्मस्टे बनाया, जिसकी उम्र 100 सालों से भी अधिक है। इसे बनाने में न पेड़ों को काटा गया है और न ही पहाड़ों को।

पुणे के इस अस्पताल में नहीं पड़ती AC की ज़रूरत, वजह है एक पारंपरिक तकनीक

By प्रीति टौंक

देश की कई जानी-मानी इमारतें डिज़ाइन कर चुके मुंबई के 'IMK आर्किटेक्ट्स फर्म' ने हाल ही में पुणे में एक अस्पताल बनाया है, जिसे लंदन, Surface Design Awards की ओर से सर्वश्रेष्ठ डिज़ाइन का अवॉर्ड मिला है।

देसी गाय के गोबर से बना Vedic Plaster, जो गर्मी में भी देता है ठंडक का एहसास

By प्रीति टौंक

हरियाणा के डॉ. शिव दर्शन मलिक ने गाय के गोबर से एक वैदिक घर बनाया है। गाय के गोबर से बनी ईंटों और वैदिक प्लास्टर (vedic plaster) के इस्तेमाल से बना यह घर, गर्मियों में ठंडा तो रहता ही है, साथ ही इस घर के अंदर की हवा भी शुद्ध रहती है।

टूटे हुए पेड़ों और बेकार लकड़ी के टुकड़ों से बनाते हैं Sustainable Furniture

By प्रीति टौंक

वाराणसी के संदीप सरन, 'काठ कागज' नामक होम-स्टूडियो चलाते हैं, जहाँ बेकार पड़ी लकड़ियों का इस्तेमाल कर, वह अपने ग्राहकों की जरूरतों के मुताबिक़ Sustainable Furniture बनाकर देते हैं।