नई इमारत को बनाने में पुरानी पहचान को बरकरार रखना कोई आसान काम नहीं है। लेकिन 169 साल पुराने भायखला स्टेशन ने बड़े बेहतरीन ढंग से यह काम किया है, इसीलिए तो मिली इसे वैश्विक पहचान।
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प्रीति टौंक
मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।