नोएडा शहर के बीच बना यह घर, नहीं है किसी मिनी जंगल से कम
मिलिए नोएडा के रहनेवाले अक्षय भटनागर से जो पेशे से एक कंप्यूटर इंजीनियर हैं, और काम में काफ़ी बिज़ी होने के बावजूद भी गार्डनिंग के लिए समय निकाल ही लेते हैं।
नोएडा जैसे भीड़भाड़ वाले शहर के घर में इतनी हरियाली है कि उन्हें शहर में ही मिनी जंगल जैसा अनुभव मिलता है।
मूल रूप से बरेली के रहनेवाले अक्षय बताते हैं कि बचपन में उनके दादा घर पर पौधे लगाया करते थे।
शादी के बाद जब वह अपनी पत्नी के साथ इंदिरापुरम के एक घर में शिफ्ट हुए, तब उन्होंने अपने घर को पहली बार पौधों से सजाने के बारे में सोचा।
पौधों का शौक़ ऐसा नशा है, जो एक बार लग जाए फिर आसानी से नहीं जाता और इस बात को कोई गार्डनर ही समझ सकता है।
उनका यह फ्लैट ग्राउंड फ्लोर पर है, जहाँ उनके पास क़रीब 500 स्क्वायर फ़ीट की एक खाली जगह भी है। इसका इस्तेमाल उन्होंने पौधे लगाने के लिए किया।
वह अपने पुराने घर से 30 गमले लेकर आए थे और फिर यहाँ उन्होंने फल-सब्जियों और फूलों के पौधे लगाना शुरू किया।
आज-कल वह अलग-अलग किस्मों के दुर्लभ पौधे कलेक्ट कर रहे हैं। उनके पास कई महंगे विदेशी पौधे भी हैं
वह सुबह साढ़े छह बजे ऑफिस के लिए निकल जाते हैं, लेकिन इससे पहले गार्डन में पानी डालने और देखरेख के लिए वह सुबह जल्दी उठते हैं।
अपने गार्डनिंग ग्रुप में भी वह इसकी जानकारियां देते रहते हैं।