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निशा डागर

बातें करने और लिखने की शौक़ीन निशा डागर हरियाणा से ताल्लुक रखती हैं. निशा ने दिल्ली विश्वविद्यालय से अपनी ग्रेजुएशन और हैदराबाद विश्वविद्यालय से मास्टर्स की है. लेखन के अलावा निशा को 'डेवलपमेंट कम्युनिकेशन' और रिसर्च के क्षेत्र में दिलचस्पी है.

10 रूपये के इस यंत्र की मदद से अब महिलाएं कर सकती सार्वजनिक शौचालयों का सुरक्षित इस्तेमाल!

By निशा डागर

आईआईटी-दिल्ली के दो छात्र, हैरी सहरावत और अर्चित अग्रवाल ने महिलाओं के लिए एक डिवाइस- सनफी बनाया है, जिसकी मदद से वे सार्वजनिक शौचालयों का इस्तेमाल सुरक्षित रूप से कर सकती हैं। इस डिवाइस की कीमत मात्र 10 रूपये है और इसे बायोडिग्रेडेबल पेपर से बनाया गया है।

आपकी प्राइवेसी की रक्षा के लिए इस व्यक्ति ने आधार के ख़िलाफ़ किया था पेटिशन दर्ज!

By निशा डागर

सुप्रीम कोर्ट ने आधार के खिलाफ दायर हुई याचिकाओं पर अपना फैसला सुनाया। इस केस को भारतीय कानून के इतिहास में अगर जस्टिस के. एस पुट्टास्वामी (सेवानिवृत्त) बनाम यूनियन ऑफ इंडिया कहा जाएगा तो यह गलत नहीं होगा। यह वह ऐतिहासिक केस है जिसमें सुप्रीम कोर्ट के फैसले ने प्राइवेसी को मुलभुत अधिकारों में जगह दे दी।

सूबेदार जोगिंदर सिंह: भारत-चीन युद्ध का वह सैनिक, जिनके सम्मान में चीनी सेना ने लौटायी थी उनकी अस्थियां!

By निशा डागर

साल 1962 में महीनों तक चलने वाले भारत-चीन के युद्ध को अक्सर भारत की हार के रूप में याद किया जाता है, लेकिन इस युद्ध में ऐसे बहुत से वीर सैनिक थे जिन्हें उनके द्वारा किये गए अविश्वसनीय कामों के लिए हमेशा याद किया जायेगा। और बहादुरी का ऐसा ही एक उदाहरण है सूबेदार जोगिंदर सिंह!

कपड़े, जूते, बैग समेत 80 फैशनेबल प्रोडक्ट्स बनाकर स्वावलंबी बन रही हैं झारखंड की ग्रामीण बालाएं!

By निशा डागर

झारखंड के देवघर स्थित एनजीओ 'नीड्स' यहां के ग्रामीण इलाकों में सामाजिक सुधर लाने के लिए कई अभियान चला रहा है। अपने अभियानों में उनका एक मुख्य उद्देश्य यहां गांवों की लड़कियों को स्वावलंबी बनाना है यहां फैली बाल-विवाह की कुप्रथा को खत्म करना है।

घर-घर सिलिंडर पहुंचाने वाले रितेश कुमार, अब खेलेंगे नेशनल एथलेटिक्स में!

By निशा डागर

उत्तर-प्रदेश से ताल्लुक रखने वाले रितेश कुमार आज सीनियर नेशनल ऐथलेटिक्स प्रतियोगिता में प्रतिभागी हैं। लेकिन उनका यहां तक का सफर बिलकुल भी आसान नहीं रहा है। वे गुड़गांव में एक गैस एजेंसी के लिए घर-घर गैस सिलिंडर पहुंचाने का काम करते हैं। और शाम में प्रैक्टिस के लिए जाते हैं।

सतीश धवन : वह वैज्ञानिक जिनके मार्गदर्शन में लॉन्च हुआ था भारत का पहला सैटेलाइट!

By निशा डागर

भारतीय विज्ञान संस्थान में सबसे कम उम्र के लेकिन सबसे अधिक लम्बे समय तक निदेशक रहने वाले और भारत के अंतरिक्ष कार्यक्रम को आकार देने वाले महान व्यक्तित्व सतीश धवन का जन्म आज के दिन यानी कि 25 सितंबर को हुआ था। उनके नाम से श्रीहरिकोटा में स्पेस सेंटर भी है।

मणिपुर में बना पहला चिल्ड्रन-फ्रेंडली पुलिस स्टेशन, प्ले स्टेशन के साथ काउंसलिंग की सुविधा भी!

By निशा डागर

बीते शनिवार को मणिपुर में देश के सबसे पहले चिल्ड्रन-फ्रेंडली(बच्चों के अनुकूल बने) पुलिस स्टेशन का उद्घाटन किया गया। मणिपुर के चुराचांदपुर ज़िले के महिला पुलिस स्टेशन में इसे शुरू किया गया है। इस खास पुलिस स्टेशन का उद्घाटन मणिपुर कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ़ चाइल्ड राइट्स (एमसीपीसीआर) की अध्यक्ष सुमतिबाला निंगथौजम ने किया। 

पिता की मृत्यु की खबर सुनने के बाद भी साथी कमांडर को सुरक्षित घर वापिस लाने के लिए आगे बढ़ता रहा यह जवान!

By निशा डागर

दक्षिणी हिंद महासागर में फंसे हुए एक भारतीय नौसेना कमांडर अभिलाष टोमी को सोमवार को एक फ्रांसीसी जहाज ओसीरिस (जिसका इस्तेमाल मछली पकड़ने के लिए होता है) द्वारा बचाया गया। एम्स्टर्डम से उन्हें भारतीय नौसेना के युद्धपोत आईएनएस सतपुरा द्वारा मॉरीशस ले जाया जायेगा। जहां पर उनका आगे इलाज़ होगा।

मंदिर से इकट्ठा होने वाले फूलों को जैविक खाद में बदल रहे हैं अहमदाबाद के ये दो इंजीनियर!

By निशा डागर

गुजरात के अहमदाबाद से ताल्लुक रखने वाले दो इंजीनियर अर्जुन ठक्कर और यश भट्ट पिछले दो सालों से अपनी पहल 'ब्रूक एंड ब्लूम' के जरिये मंदिरों से इकट्ठा होने वाले फूलों से जैविक खाद बना रहे हैं। इनकी यह पहल अहमदाबाद नगर निगम के 'कलश प्रोजेक्ट' से जुडी हुई है।