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IISc का आईडिया, बेकार सोलर पैनल को रिसायकल कर अब बनाए जा सकेंगे घर व फर्नीचर

By पूजा दास

सोलर पैनलों को रिसायकल करना बेहद मुश्किल है। ज्यादातर सोलर पैनल बेकार कचरे में ही जाते हैं और हमारे स्वास्थ्य व पर्यावरण पर इसका गंभीर प्रभाव पड़ता है। हालांकि, बेंगलुरु में भारतीय विज्ञान संस्थान (Indian Institute of Science in Bengaluru ) की एक रिसर्च टीम यह पता लगा रही है कि क्या पुराने बेकार सोलर पैनलों का इस्तेमाल निर्माण सामग्री के रूप में किया जा सकता है।

पहले नागपुर फिर नवी मुंबई! IAS अफसर ने डंपयार्ड को मिनी जंगल बना, शहर को दी ताज़ी सांसें

By पूजा दास

नवी मुंबई नगर निगम के नागरिक प्रमुख अभिजीत बांगर ने नवी मुंबई में एक डंपयार्ड को हरे-भरे जंगल में बदल दिया है। 3 एकड़ में फैला यह मिनी जंगल न केवल लोगों को शुद्ध हवा दे रहा है, बल्कि कई तरह के सांप, तितलियों, पक्षियों सहित कई तरह के जीव-जंतु को आकर्षित भी कर रहा है।

एक नहीं, दो नहीं, रोज़ आते हैं 70-80 पक्षी, जोधपुर की सना के छोटे-से घर में

By प्रीति टौंक

जोधपुर में रहनेवाली सना फिरदौस का प्रकृति और पक्षी प्रेम देखकर आप भी खुश हो जाएंगे। घर की बेकार चीजों का उपयोग करके, उन्होंने घर पर ही एक बेहद सुंदर पक्षी अभ्यारण्य बनाया है।

इन तरीकों को अपनाकर, आप घर में खुद से ही लगा सकते हैं सोलर सिस्टम

आज दुनियाभर में ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए बड़े पैमाने पर सोलर सिस्टम का इस्तेमाल किया जा रहा है। अगर आपके घर में 7-8 घंटे की धूप आती है, तो आप हर महीने आने वाले बिजली बिल से बिल्कुल छुटकारा पा सकते हैं।

3 हेक्टेयर जमीन और 70 प्रजाति के लाखों पेड़, कैसे इस रिटायर्ड फौजी ने बदली गांव की किस्मत

उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग के कोटमल्ला गांव के रहनेवाले जगत सिंह चौधरी ने बीते चार दशकों में एक ऐसे मिश्रित वन को विकसित किया है, जिसमें देवदार, बांज, चीड़ जैसे 70 तरह के पांच लाख से अधिक पेड़ हैं। उनकी इस कोशिश से स्थानीय समुदायों को काफी फायदा हो रहा है।

Best Solar Panels for Home: टॉप-10 सोलर पैनल्स, जो आपको बना सकते हैं आत्मनिर्भर

बीते कुछ वर्षों में सोलर पैनलों की मांग में काफी तेजी देखी जा रही है। अगर आप भी इसे अपनाने के बारे में सोच रहे हैं, तो आपकी मदद के लिए हम यहां Best Solar Panels for Home के बारे में बताने जा रहे हैं।

जंगलों से दुर्लभ बीज ला, इस मजदूर ने खोला सीड बैंक, बांटते हैं पूरे भारत में

गुजरात के भावनगर के रहनेवाले मुकेश धापा पेशे से एक बढ़ई हैं, लेकिन बीते चार वर्षों में 3000 से अधिक लोगों को बागवानी में मदद कर चुके हैं।

गन्ने की खोई से कप-प्लेट बनाते हैं आयोध्या के कृष्ण, 300 करोड़ का है बिजनेस

आयोध्या के रहनेवाले वेद कृष्ण ने अपने पिता के गुजर जाने के बाद ‘यश पक्का’ की बागडोर संभाली। उन्होंने गन्ने की खोई से कप-प्लेट बनाकर किसानों और पर्यावरण, दोनों को फायदा पहुँचाया है।

भूंगा घर: गुजरात के गौरव की तस्वीर है यह शैली, भूकंप से लड़ने की भी रखते हैं ताकत

2001 में, गुजरात के भुज में आए भूकंप के दौरान सीमेंट से बने घर तो टूट गए थे, लेकिन ‘भूंगा’ शैली से मिट्टी से बने घरों को ज़रा सा भी नुकसान नहीं पहुंचा था।

तमिलनाडु: इस किसान के प्रयास से इलाके में हिरणों की संख्या हुई तीन से 1800, जानिए कैसे!

तमिलनाडु के पुदुपलायम में रहने वाले 70 वर्षीय आर गुरुसामी ने 1998 में अपनी गायों और बकरियों के साथ तीन हिरणों को चरते देखा। इसके बाद उन्होंने हिरणों को आसरा देने के लिए अपनी 50 एकड़ जमीन खाली छोड़ दी। आज वहां करीब 1800 हिरण रहते हैं। पढ़िए इंसानों और बेजुबानों के बीच जद्दोजहद की यह प्रेरक कहानी!