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भावना श्रीवास्तव

6 ट्रैवल ग्रुप्स जिन्हें सोशल मीडिया पर कर सकते हैं जॉइन

इन छुट्टियों में ट्रिप पर जाने का सोच रहे हैं लेकिन साथ जाने वाला कोई नहीं है? तो सोशल मीडिया पर मौजूद इन भरोसेमंद Groups और Pages के ज़रिए बना सकते हैं घूमने का प्लान!

Rare Fruits Of India: भारत में मिलने वाले ये 8 अनोखे फल

सीजनल फल अपनी डाइट में शामिल करना बहुत अच्छा है क्योंकि उनसे हमें बहुत सारे प्रोटीन-मिनरल मिलते हैं। पर क्या आप जानते हैं कि भारत में कुछ ऐसे फल भी हैं जिनके बारे में अधिकतर लोग नहीं जानते।

Lost Cities of India: जानिए भारत के खोए हुए शहरों के बारे में

हमारे देश में कई ऐसे स्थान थे जो एक समय पर फलते-फूलते थे और आज इनका नामों-निशान नहीं है। न जाने कितने ऐसे हैं जो मिट्टी में छुपे हुए हैं। इनमें से कुछ को ढूंढा जा चुका है और कुछ की तलाश अभी बाकी है।

नीम, गुड़ और मेथी के इस्तेमाल से राजस्थान की युवा डिज़ाइनर ने बनाया सपनों का आशियाना

सस्टेनेबिलिटी, पारम्परिक आर्किटेक्चर और लोकल कारीगरी का एक दुर्लभ नमूना है राजस्थान के अलवर शहर में बना यह मिट्टी का घर, जो Mud Kothi के नाम से मशहूर है। Sketch Design Studio की फाउंडर और युवा डिज़ाइनर शिप्रा सिंघानिया सांघी ने इसे बनाया है।

कोलकाता में बसे 6 हेरिटेज बंगले, जहाँ जाकर आप भी रह सकते हैं और जान सकते हैं इनका इतिहास

कोलकाता शहर में बसे ये प्राचीन बंगले छुट्टियां बिताने के लिए अनोखे होमस्टे तो हैं ही, साथ ही ये आपको बिलकुल पुराने ज़माने की फील देंगे। अगर आप इतिहास में दिलचस्पी रखते हैं तो यहाँ ज़रूर ठहरें।

पालतू जानवरों के साथ जाना है घूमने? इन 5 पेट-फ्रेंडली होटल व होमस्टे का करें रुख

छुट्टी पर जाने से पहले अपने प्यारे पालतू जानवर को अलविदा कहना कितना मुश्किल है न? कितना अच्छा हो अगर अपने Pet को लेकर ही घूमने निकल जाएँ..! जानते हैं उन जगहों के बारे में जो पूरी तरह पेट-फ्रेंडली हैं!

बिहार का गोलघर: 1786 में बना था यह विश्व प्रसिद्ध ऐतिहासिक स्थल, रोचक है इसके निर्माण की कहानी

बिहार के मशहूर गोलघर की खासियत है कि इसमें एक भी पिलर नहीं है। इसके शिखर पर लगभग तीन मीटर तक सिर्फ़ पत्थरों का इस्तेमाल किया गया है। जितना अनोखा इसका आर्किटेक्चर है, उतनी ही दिलचस्प है इसकी कहानी भी!

10 पारंपरिक भारतीय सुपर हेल्दी फ़ूड, हर राज्य का है एक ख़ास

शहरों में हेल्दी लाइफस्टाइल को लेकर लोग काफ़ी जागरूक हो रहे हैं। ऐसे में कहीं खो चुके पारंपरिक भारतीय सामग्रियां भी फिर से प्रचलन में आ गईं हैं, जिनके एक-दो नहीं हज़ारों Health Benefits हैं।

सस्टेनेबल और इको-फ्रेंडली अर्थ हाउस ‘ब्रीथ', नीव से लेकर दीवारों तक सबकुछ है प्राकृतिक

बेंगलुरु के बाहरी इलाके कागलीपुरा में 8,000 sq.ft ज़मीन पर बने इस घर का नाम है- ‘Breathe’. जैसा नाम वैसा ही काम; यह सस्टेनेबल घर अपने अनोखे डिज़ाइन के कारण आम घरों के मुकाबले काफ़ी खुला, हवादार और सुकून भरा है।