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प्रेरक महिलाएं

जानिए उस महिला के बारे में जिसने झंडा फहराकर भारत छोड़ो आंदोलन में जान फूंक दी !

By भरत

जिसमें जोखिम उठाने का साहस नहीं है वह अपनी ज़िंदगी में कुछ भी हासिल नहींं कर सकता। - अरूणा आसफ अली

घर-घर से पुराने कपड़े इकट्ठा कर, धोकर-प्रेस करके ग़रीबों में बांटती है भोपाल की यह गृहिणी!

By नीरज नय्यर

मनीषा गरीबों में केवल कपड़े ही नहीं बांटतीं, बल्कि झुग्गी बस्तियों में जाकर छोटे बच्चों से उनके जन्मदिन पर केक भी कटवाती हैं। इस वजह से बच्चे उन्हें ‘केक वाली दीदी’ कहकर पुकारते हैं।

किसी ने खोला ब्यूटी पार्लर तो किसी ने बुटीक; एक आइडिया ने बदली इन ग्रामीण महिलाओं की दुनिया!

गाँवों की जनसंख्या में तकरीबन 40.51 करोड़ महिलाएं हैं। अगर हम इन ग्रामीण महिलाओं को सामाजिक व आर्थिक रूप से सशक्त बना सकें और ट्रेनिंग देकर छोटे-मोटे व्यवसाय से उन्हें जोड़ सकें तो ये आर्थिक विकास में मदद करेंगी।

होटल में हुआ घाटा तो शुरू किया ठेला; अब केवल रु. 25 में रोज़ 500 लोगों को खिलाती हैं भरपेट खाना

By निशा डागर

दिन में 15 घंटे से भी ज़्यादा काम करने वाली श्वेता न सिर्फ़ महिलाओं के लिए बल्कि हर उस इंसान के लिए प्रेरणा है जो हालातों से घबराकर सच्चाई से भागने की कोशिश करता है।

कड़ी मेहनत और जिद के जरिए स्कीइंग में लहराया परचम, पहाड़ की बेटियों के लिए बनीं प्रेरणा-स्रोत

By Sanjay Chauhan

स्कीइंग को हमेशा से ही पुरुषों का खेल माना जाता रहा। लेकिन वंदना ने स्कीइंग में बर्फीली ढलानों पर हैरतअंगेज करतब दिखाकर कई प्रतियोगिताओं में जीत हासिल की और इस खेल में पुरुषों के प्रभुत्व को चुनौती देकर महिलाओं के लिए उम्मीदों की नयी राह खोली।

पढ़िए, उन जांबाज़ महिला बाइकर्स की कहानियां जिन्होंने बदल दी लोगों की सोच!

ये दूसरी महिलाओं के लिए मिसाल तो बन ही रही हैं, साथ ही उन्हें खुद के सपनों को पूरा करने के लिए प्रेरित भी कर रही हैं!

इस महिला के हौसलों ने दी बाड़मेर को अंतरराष्ट्रीय पहचान, घूँघट से निकल तय किया रैंप वॉक का सफ़र!

By निशा डागर

आज रुमा देवी के साथ 22, 000 से भी ज़्यादा महिला कारीगर जुड़ी हुई हैं।

मिलिए आकाशवाणी की पहली महिला म्यूज़िक कम्पोजर से; बनाया था देश का पहला महिलाओं का ढोल बैंड!

By Sanjay Chauhan

लोक संगीत और लोक गीतों पर 50 साल का शोध और अनुभव से माधुरी अपने आप में एक शोध संस्थान कहलाने के लिए काफी हैं। राष्ट्रपति द्वारा लोक गीतों व लोक संगीत के संरक्षण के लिए काम करने वाली डॉ. माधुरी बड़थ्वाल को नारी शक्ति पुरस्कार-2018 से नवाज़ा गया।