पढ़ें, कैसे 11वीं सदी में बना मोढेरा का सूर्य मंदिर आधुनिक वास्तुकला में आजकल की इमारतों को भी मात देता है। फिर चाहे वह मंदिर में पानी के लिए बनी स्टेप वेल हो या रौशनी के लिए की गई वास्तुकला।
भारत के कई हिस्सो में मार्च के महीने में ही गर्मी का मौसम दस्तक देने लगता है। गर्म और उमस भरे मौसम में केवल एक ही चीज़ है, जो लोगों को राहत देती है और वह है दही, नींबू या किसी भी मौसमी फलों से बना ताज़ा शरबत, जानें कुछ पारंपरिक शरबतों की रेसिपी।
भजन मण्डली में, हाथों में छोटा सा मंजीरा लिए कलाकार को जरूर देखा होगा, लेकिन क्या आप जानते हैं कि गुजरात के कच्छ में बना मंजीरा, आज देश ही नहीं, विदेशों में भी ख़रीदा जा रहा है।
हिमालयन क्षेत्र में चलने वाली तेज हवा और जलवायु परिवर्तन से लेकर भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं के साथ, ताबो मठ ने कई तूफानों का सामना किया है। मिट्टी से बने ये सालों पुराने मठ सस्टेनेबल आर्किटेक्चर का उत्तम उदाहरण हैं।