#SustainableTourism को बढ़ावा देते हुए काम करने वाला मनोज शर्मा का स्टार्टअप #NotOnMap, 200 साल पुराने पुश्तैनी घर को Sustainable Homestay में बदलकर भारत के गाँवों की संस्कृति को लोगों तक पहुंचा रहा है।
बाड़मेर की बेटी लक्ष्मी गढ़वीर मिसाल बन गई हैं। छोटे से गाँव मंगले की बेरी की छोटी सी मेघवालों की बस्ती की रहने वाली लक्ष्मी, दलित समुदाय से अपने जिले की पहली महिला सब-इंस्पेक्टर बन गई हैं!
राजस्थान के नागौर जिला स्थित सिरसूं गाँव में रहनेवाले 50 वर्षीय रेंवत सिंह राठौड़ के खेत में 2000 से भी ज्यादा पेड़-पौधे हैं। उन्होंने एक खेजड़ी के पेड़ पर ट्रीहाउस भी बनाया है।
दिल्ली के व्यवसायी तरुण बंसल ने अपनी पत्नी सुनैना और दो बेटियों के साथ, छह महीने में 26 हजार किलोमीटर की road Trip की। इस दौरान, वे 15 राज्यों के 300 गावों में घूमे और देश के 500 से अधिक मंदिरों के इतिहास के बारे में जाना।
कृषि विभाग से सेवानिवृत्त दंपति, मधुबालन और उनकी पत्नी, आर आर सुशीला, तमिलनाडु के धर्मपुरी में स्थित अपने घर की छत पर 1500 स्क्वायर फुट टेरेस गार्डन में 100 से ज़्यादा तरह के फल, फूल, सब्ज़ियां, जड़ी-बूटी और कुछ अन्य पेड़-पौधे उगा रहे हैं!