हैदराबाद की पद्मिनी ने किचन के कचरे से निपटने का एक अनोखा तरीका ढूंढ निकाला है। वह इससे सुगंधित व इको-फ्रेंडली धूपबत्ती बनाती हैं, वह भी बेहद कम खर्च में। आप भी सीखें, वह कैसे करती हैं यह कमाल।
Cello Group 60 साल पुरानी कंपनी है, लेकिन आज भी इसके प्रोडक्ट्स को उनके नाम से ज्यादा ब्रांड के नाम से जाना जाता है, चाहे वो वॉटर बॉटल हो, पैन हो या फिर कैसरोल। सेलो ने आज भी ग्राहकों की नब्ज को पकड़ के रखा हुआ है।
केरल के त्रिशूर की रहनेवाली मारिया कुरियाकोस ने, आमतौर पर फेंक दिए जाने वाले नारियल के खोल से कटोरे और दूसरी कई कमाल की चीज़ें बनाने के लिए ‘थेंगा’ (Thenga) को लॉन्च किया। आइए जानते हैं, कैसे मारिया के अटके कदम को उनके माता-पिता द्वारा दी गई रफ्तार और उनकी सफलता की कहानी।
“COVID की दूसरी वेव के कारण बहुत से लोगों की जान चली गई, तब हमने ये प्रोडक्ट लॉन्च किया। हल्दी और काली मिर्च दोनों ही एंटी ऑक्सीडेंट का काम करते हैं और इससे रोग प्रतिरोधक क्षमता भी बढ़ती है।”: प्रमोद पानसरे
अहमदाबाद, गुजरात के CA प्रतीक घोडा ने नौकरी छोड़कर ‘Bee Base Pvt Ltd’ नामक Honey Business शुरू किया। उनकी यह कंपनी शहद बेचने के साथ, मधुमक्खियों के संरक्षण के लिए भी काम कर रही है।
मुंबई की रुक्मिणी ने 2018 में अपने फ़ूड स्टार्टअप ‘द ग्रोइंग जिराफ़’ की शुरुआत बच्चों के पोषण को ध्यान में रख कर की थी। आज, उनके बनाये रागी, पीनट बटर जैसे सुपर फूड से बनी कुकीज़ और बार, बच्चों के साथ-साथ, बड़ो की भी पसंद बन चुके हैं।
अब दार्जिलिंग, सिलीगुड़ी और कलिम्पोंग के खास उत्पादों को चखने के लिए किसी का इंतज़ार करने की ज़रुरत नहीं है। ‘दम्मी’ (Daammee) नाम के स्टार्टअप ने यहाँ की चीज़ों को ऑनलाइन बेचना शुरु किया है। इसके ज़रिए आप देश में कहीं भी यहाँ के कॉटेज इंडस्ट्री के विभिन्न प्रोडक्ट पा सकते हैं।
मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के रहने वाले अंकित नागवंशी, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। लेकिन, नौकरी छोड़ कर उन्होंने Tea Business शुरू किया और बन गए ‘इंजीनियर चायवाला’।