जब आज की पीढ़ी 50 साल की उम्र तक रिटायर होने की योजना बना रही है, तो 105 वर्षीय पप्पम्मल की कहानी सिर्फ एक उदाहरण नहीं, बल्कि एक प्रेरणा है, क्योंकि आज भी, हर दिन वह अपने खेती कार्यों को करती हैं।
गुजरात के भाविक ने मात्र 5 बीघा ज़मीन से हल्दी की जैविक खेती शुरू की थी और आज वह 50 बीघा में हल्दी उगा रहे हैं और प्रोसेसिंग करके लगभग 5 टन हल्दी पाउडर भी बना रहे हैं!
विवेक ने जब खेती करना शुरू किया, उन्होंने तब ही ठान लिया था कि वह इसे व्यवसाय की तरह आगे बढ़ाएंगे क्योंकि आने वाला जमाना होम-डिलीवरी का है और किसानों को उसी तरह से ढलना होगा!