सांगली, महाराष्ट्र के रहने वाले किसान अमर पाटिल ने एक एकड़ में 130 टन गन्ना उगाकर, मिसाल कायम की है और कृषि क्षेत्र में अपने अभिनव कार्यों के लिए उन्हें कई कृषि सम्मानों से नवाजा गया है।
लवप्रीत और उनकी पत्नी, प्रीति गुरुग्राम की भागदौड़ भरी जिंदगी को छोड़, उत्तराखंड के रामगढ़ में बस गए। जहां वह खेती करते हुए एक स्वस्थ और खुशहाल जीवन जी रहे हैं तथा अपने अनुभव को, अपने यूट्यब चैनल ‘पंजाबी ट्रेकर’ के जरिए लोगों से साझा कर रहे हैं।
सांगली, महाराष्ट्र में रहने वाले सचिन येवले और वर्षा येवले 'कृषिदूत एग्रो फार्म' ब्रांड के जरिये जैविक गुड़, मसाला गुड़, कैंडी, लॉलीपॉप और चाय बनाकर ग्राहकों तक पहुंचा रहे हैं।
मुंबई की प्रीति पाटिल बता रही हैं कि कैसे मुंबई पोर्ट ट्रस्ट की रसोई से निकलने वाले जैविक कचरे को डिस्पोज़ करने के लिए, उन्होंने इसकी छत पर ही टैरेस गार्डनिंग शुरू की और 116 पेड़-पौधे लगा दिए।
केरल के रहने वाले 93 वर्षीय चिदंबरम नायर एक सेवानिवृत्त शिक्षक और जैविक किसान हैं, जो काफी समय से जैविक खेती कर रहे हैं, और अपने घर के लिए लगभग सभी खाने की चीज़े खुद उगाते हैं!
गुजरात के देवपुरा गाँव में रहने वाले चिंतन शाह MBA कर चुके हैं पर आज वह अपने खेत में केले, हल्दी, अदरक, सब्ज़ियाँ और गेहूं जैसी फसलें उगाकर लाखों कमा रहे हैं।
केरल के तुम्बुर के रहने वाले टॉम किरण डेविस लगभग 5 साल पहले दुबई में नौकरी छोड़कर अपने देश लौटे और अपने गाँव में खाली और बंजर पड़ी ज़मीन पर जैविक खेती शुरू की!
केरल के कोक्कवड गाँव के रहने वाले जोशी मैथ्यूज के पास 0.25 एकड़ जमीन है, जहाँ उन्होंने जैविक खेती और मछली पालन से लेकर मधुमक्खी पालन की सुविधा भी विकसित कर ली है।
पंजाब के संगरूर में प्रियंका गुप्ता अपने पिता की 4 एकड़ ज़मीन पर जैविक फसलें उगा रहीं हैं और इनकी उपज से वह घर पर ही तरह-तरह के उत्पाद तैयार करतीं हैं और बाज़ार में पहुंचाती हैं!