22 लाख के कम बजट से लेकर 3-5 किलोमीटर के दायरे से स्थानीय निर्माण सामग्री खरीद कर मुंबई में unTAG द्वारा बनाया गया बंगला, सस्ता और टिकाऊ घर का उदाहरण बन गया है।
66 वर्षीया रीटा, प्लास्टिक की थैलियों से खूबसूरत बैग, चटाई और बास्केट जैसी चीजें बना रही हैं। इन सभी उत्पादों को वह अपनी सोसाइटी में काम करने वाले स्टाफ को बाँट देती हैं!
#BetterTogether द बेटर इंडिया की एक पहल है जिसके ज़रिए हम प्रशासनिक अधिकारियों का साथ देना चाहते हैं ताकि दिहाड़ी मजदूरों, सबसे आगे खड़े स्वास्थ्य कर्मचारियों और ज़रूरतमंदों को इस मुश्किल समय में मदद मिलती रहे!
2012 में, ‘गो ग्रीन विद टेट्रा पैक’ के तहत ‘कार्टन ले आओ, क्लासरूम बनाओ’ अभियान शुरू किया गया था। इस अभियान के तहत, बेकार टेट्रा पैक को रीसायकल कर बेंच बनाया गया और ये बेंच सरकारी स्कूलों को दान दिए गए।
लॉकडाउन की वजह से बहुत से लोगों की आमदनी रुक गई है और उनके घरों में पर्याप्त खाने-पीने के साधन भी नहीं बचे हैं। ऐसे में आप जैसे सक्षम लोगों को भी ऐसे ज़रूरतमंदों की मदद करने का मिल रहा है मौका!
अगर आप अपने घर पर कार धोते हैं तो बाल्टी से 40 लीटर, पाइप से 80 लीटर और सर्विस सेंटर पर लगभग 150-200 लीटर पानी खर्च होता है। लेकिन 'गो वॉटरलेस' की तकनीक से आप यह सारा पानी बचा सकते हैं!