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विरान जंगल में उगाये 20 हज़ार सेब के पौधे, आज करोड़ों में हो रही कमाई

By रोहित पराशर

हिमाचल के विक्रम रावत ने कलासन में 42 बीघा ज़मीन पर बनाया है एक मॉडल फार्म। अभी तक 11 हज़ार किसानों और बागवानों को एडवांस्ड गार्डनिंग की ट्रेनिंग देने के साथ-साथ, वह 5 लाख सेब के पौधे भी बांट चुके हैं। बैंक की नौकरी से बागवानी तक का उनका यह सफ़र काफ़ी दिलचस्प रहा है।

इस कश्मीरी कृषि इंजीनियर ने किए एक-दो नहीं, बल्कि 8 से ज़्यादा आविष्कार, बना रहे खेती आसान

By प्रीति टौंक

मिलिए, शालीमार (जम्मू-कश्मीर) के कृषि इंजीनियर और वैज्ञानिक, डॉ. मोहम्मद मुज़मिल से, जिन्हें खेती में इतनी रुचि है कि उन्होंने किसानों की मदद के लिए एक नहीं, आठ से ज़्यादा आविष्कार किए हैं।

निमिष ने बांटी गणपति की 500 अनोखी मूर्तियां, विसर्जन के बाद देती हैं फल और सब्जियां

By द बेटर इंडिया

एमबीए और एमकॉम की पढाई कर बड़ी कोचिंग में कार्यरत, 25 साल के निमिष गौतम ने गणेश चतुर्थी पर अनोखे इको फ्रेंडली गणेश की 500 मूर्तियां बनाकर लोगों को सवा रुपये में बांटी हैं, जिससे आस्था और पर्यावरण दोनों सुरक्षित रहें।

नौकरी छोड़ बने किसान! बिना मिट्टी उगा रहे सब्जियां, लगा चुके हैं 1000 हाइड्रोपोनिक सेटअप

By प्रीति टौंक

राजकोट के 30 वर्षीय रसिक नकुम ने साल 2013 में टीचर की नौकरी के साथ-साथ हाइड्रोपोनिक तरीके से सब्जियां उगाना शुरू किया था। वहीं, पिछले चार सालों से वह नौकरी छोड़कर एक कृषि एक्सपर्ट के तौर पर काम कर रहे हैं। पढ़ें, कैसे हुआ यह सब मुमकिन।

"IIT से ज़्यादा मुश्किल है मिट्टी का घर बनाना!" विदेश की नौकरी छोड़ गाँव में बस गया यह कपल

By प्रीति टौंक

उज्जैन से करीब 50 किमी दूर बड़नगर में बना एक नेचुरल फार्म स्टे- जीवंतिका को दो आईआईटी टॉपर्स साक्षी भाटिया और अर्पित माहेश्वरी ने अपने जीवन के अनुभवों से बनाया है।

आखिर क्यों लाखों में बिकते हैं इस बागान के आम, किसान ने क्यों लगायी कड़ी सुरक्षा?

By प्रीति टौंक

मिलिए जबलपुर में फलों की खेती से जुड़े 47 वर्षीय किसान संकल्प सिंह परिहार से, जिन्होंने कभी परिवार के खिलाफ जाकर खेती को अपनाया था और आज अपनी खेती को ही फायदे का बिज़नेस बना लिया है। उनके बागानों में देशी-विदशी कई दुर्लभ किस्मों के आम कड़ी सुरक्षा में उगते हैं।

70 की उम्र में दिन के 12 घंटे करते हैं काम, सालभर में बेच लेते हैं 7000 बैग्स ऑर्गेनिक खाद

By प्रीति टौंक

मिलिए नवसारी गुजरात के एक छोटे से गांव सरीखुर्द के 70 वर्षीय किसान किरण भाई नायक से, जिन्होंने 5000 किसानों को जैविक खाद बनाना सिखाया है।

UK से ली डिग्री और भोपाल में शुरू की एवोकाडो की नर्सरी, ताकी देश में सस्ता हो यह विदेशी फल

By प्रीति टौंक

मिलिए भोपाल (मध्य प्रदेश) के 26 वर्षीय हर्षित गोधा से, जिन्होंने यूके से BBA की पढ़ाई करने के बाद, भारत आकर एवोकाडो उगाना शुरू किया। जानिए क्यों और कैसे?

किसान ने बनाया ई-ट्रैक्टर, एक घंटे चलाने का खर्च सिर्फ 15 रुपये

By प्रीति टौंक

इलेक्ट्रॉनिक कार और स्कूटर के बाद जामनगर के एक किसान महेश भुत ने ई-ट्रैक्टर ‘व्योम’ बनाया है, जिसकी मदद से उनका खेती का खर्च 25 प्रतिशत तक कम हो गया है। इस ट्रैक्टर को देशभर से ऑर्डर्स मिल रहे हैं ।

1500 किस्मों के पौधों की होलसेल मार्केट है गुजरात का यह गांव, 80% लोग करते हैं यही बिज़नेस

By प्रीति टौंक

सालों पहले गुजरात के नवसारी जिले के दोलधा गांव के किसान, नुकसान के कारण खेती छोड़ने को मजबूर थे। लेकिन आज यह गांव नर्सरी हब बन गया है और पूरे गुजरात, महाराष्ट्र सहित कई राज्यों में पौधे बेचता है।