अच्छी नौकरी और परिवार के बेहतर भविष्य के लिए देश और शहर छोड़कर रहनेवाले लोग तो आपने देखें होंगे, लेकिन आज मिलिए एक ऐसे बैंकर से, जिन्होंने अच्छी-खासी नौकरी छोड़कर मोमोज़ बेचना शुरू कर दिया, जिसके पीछे की वजह बेहद खास है।
गाजियाबाद में, NTPC की रिटायर अधिकारी नीरजा सक्सेना पिछले दो सालों से जरूरतमंद बच्चों के लिए फुटपाथ स्कूल चला रही हैं जहाँ पढ़ने की फीस है प्लास्टिक वेस्ट।
वैसे तो दाल की कई वैराइटीज़ काफ़ी फेमस हैं, लेकिन जब बात दाल मखनी की आती है तो मुंह में पानी आना तो लाज़मी है। काली दाल और राजमा में क्रीमी मक्खन का स्वाद किसी के भी दिल में तुरंत जगह बना ले। चावल हो या तंदूरी रोटी, हर चीज़ के साथ इसकी जोड़ी हिट है! लेकिन क्या आप जानते हैं कि यह स्वाद आख़िर आया कहां से?
दिल्ली में रहने वाली हिरण्यमयी शिवानी और उनकी बहू मंजरी सिंह ने लॉकडाउन के दौरान अपने क्लाउड किचन की शुरुआत की। 'द छौंक' के बिहारी व्यंजनों का स्वाद आज पूरे शहर में मशहूर है और यह बिज़नेस हर महीने लगभग 4 लाख रुपये कमा रहा है।
दिल्ली के रहनेवाले 65 वर्षीय जवाहर लाल लगातार 45 सालों से बिना रुके, बिना थके पक्षियों की निःस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। चाहे सर्दी हो, गर्मी हो या फिर आंधी-तूफ़ान ही क्यों न आए दिल्ली के आर्कियोलॉजिकल पार्क में वह पक्षियों को रोज़ाना सुबह दाना-पानी देते हैं। इसीलिए आज सब उन्हें बर्डमैन के नाम से जानते हैं।
दिल्ली में आनंद पर्वत कॉलोनी की एक गुमनाम नायिका, जया रेड्डी ने कुष्ठ रोगियों के साथ काम करते हुए दो दशक से अधिक समय बिताया है। जानिए उनके संघर्ष की कहानी।
जामिया नगर के मुस्लिम निवासियों ने नूर नगर स्थित एक पुराने मंदिर के परिसर को बचाने के लिए दिल्ली हाईकोर्ट में कानूनी लड़ाई लड़ी और एकता की एक मिसाल कायम की।
वरुण गोयनका और अक्षय कश्यप ने दिल्ली में एक EV स्टार्टअप, ‘चार्ज-अप’ की स्थापना की है, जहाँ e rickshaw चालकों को खाली बैटरी के बदले, चार्ज की हुई बैटरी दी जाती है।