Powered by

Latest Stories

HomeAuthorsरोहित मौर्य
author image

रोहित मौर्य

1500+ पक्षियों की जान बचा चुके हैं दिल्ली के ये दो भाई, तुरंत पहुंच जाते हैं स्पॉट पर

By रोहित मौर्य

दिल्ली के रहनेवाले दो भाइयों, अमित जैन और अभिषेक जैन ने न सिर्फ पक्षियों का दर्द देखा और समझा, बल्कि अपना पूरा जीवन इन पक्षियों और जीवों की सेवा के लिए समर्पित कर दिया।

गरीब हैं, कामचोर नहीं! ग्रेजुएशन के बाद 5 सहेलियों ने शुरू किया कुल्हड़ मैगी स्टॉल

By रोहित मौर्य

दिल्ली की इन 5 दोस्तों ने ओडीएस (ODS) नाम का एक कुल्हड़ मैगी स्टॉल शुरू किया है। सीमा, प्राची सिंह और शिवानी, स्टॉल को संभालती हैं और बाकी दो पीछे रहकर सोशल मीडिया और दुकान से जुड़े दूसरे काम देखती हैं।

अब किराए पर ले सकते हैं सब्ज़ी का थैला! इस डॉ. के 'विकल्प' से कम होगी प्लास्टिक की समस्या

By रोहित मौर्य

दिल्ली की डॉ. रूबी मखीजा पर्यावरण और प्रदूषण को लेकर काफ़ी सतर्क रहती हैं और इसीलिए उन्होंने शहर में बढ़ रही प्लास्टिक की समस्या को कंट्रोल करने के लिए प्रोजेक्ट ‘विकल्प’ की शुरुआत की। उन्होंने नवंबर 2021 में दिल्ली की मार्केट में ‘विकल्प स्टाल्स’ खोले, जहाँ से आप कपड़े का थैला उधार ले सकते हैं।

पहले नहीं देखा होगा ऐसा अनोखा ‘बर्ड-मैन’, 45 साल से रोज़ पक्षियों का पेट भर रहे हैं जवाहर लाल

By रोहित मौर्य

दिल्ली के रहनेवाले 65 वर्षीय जवाहर लाल लगातार 45 सालों से बिना रुके, बिना थके पक्षियों की निःस्वार्थ सेवा कर रहे हैं। चाहे सर्दी हो, गर्मी हो या फिर आंधी-तूफ़ान ही क्यों न आए दिल्ली के आर्कियोलॉजिकल पार्क में वह पक्षियों को रोज़ाना सुबह दाना-पानी देते हैं। इसीलिए आज सब उन्हें बर्डमैन के नाम से जानते हैं।

"दिव्यांगता कोई लाचारी नहीं", कैफे चलाने व ट्यूशन पढ़ाने के साथ-साथ, कर रहे बिज़नेस भी

By रोहित मौर्य

उत्तर प्रदेश के गाज़ियाबाद में एक कंप्यूटर कैफे चलाने वाले श्रीराम ओझा भले ही दिव्यांग हैं, चल नहीं पाते, उनके हाथों और पैरों में दिक्कत है, लेकिन इस दिक्कत को उन्होंने कभी अपने रास्ते में नहीं आने दिया।

दिल्ली: लॉकडाउन में पति की नौकरी गई, तो कार को स्टॉल बना पत्नी बेचने लगीं बिरयानी

By रोहित मौर्य

अगर आप इन दिनों दिल्ली के रोहिणी कोर्ट के आस-पास से गुजरते हों तो आपको वहाँ एक महिला अपनी कार में बिरयानी का स्टॉल लगाए दिख जाएँगी। लेकिन इस स्टॉल के पीछे एक कहानी है जो आपको जाननी चाहिए!

लखनऊ: नौकरी छोड़ शुरू की लेमन ग्रास की खेती, अब यूरोप में भी करते हैं एक्सपोर्ट

By रोहित मौर्य

"लेमन ग्रास की सलाना खपत हमारे देश में 10 हजार टन है लेकिन अभी 5-6 हजार टन का ही प्रोडक्शन हो पाता है। ऐसे में, किसानों के लिए इसकी खेती में काफी संभावनाएँ हैं।" - समीर चड्ढा

इसरो की नौकरी छोड़ किसानों के लिए बना रहे हैं मशीनें ताकि खेती हो सके आसान!

By रोहित मौर्य

नितिन किसानों की आर्थिक स्थिति का ध्यान रखते हुए ऐसे उपकरण बनाते हैं जिससे किसान एक ही सीजन में उसकी कीमत निकाल लें।

एक डॉक्टर, जिन्होंने मुंबई की चकाचौंध छोड़, चुनी बिहार के गाँव में ज़िंदगियाँ बचाने की राह!

By रोहित मौर्य

गाँव के अस्पताल में नर्सों को ट्रेनिंग देने से लेकर खुद झाड़ू लगाने तक, डॉ तरु ने पूरा कायाकल्प किया जिसके लिए अस्पताल को दो बार अवार्ड भी मिला।