यह घर है गुजरात के प्रगतिशील पशुपालक रमेश भाई का, जो गोंडल के पास वोरा कोटडा गांव में उनके खेत के बीच बसा हुआ है। यह घर देशी गाय का गोबर, नदियों के जल और और बिना सीमेंट के केवल प्राकृतिक चीज़ों से ही बना है, जो इसे बेहद खूबसूरत और सस्टेनेबल बनाते हैं।
पेड़-पौधे, पशु-पक्षी, जड़ी-बूटी, जैविक भोजन, सोलर पैनल.. राजस्थान के सीकर शहर में एक किसान का बनाया यह सस्टेनेबल फार्मस्टे ‘जोर की ढाणी’ अपने मेहमानों को एक अलग ही अनुभव देता है।
सूक्ष्म, लघु व मध्यम उद्योग मंत्रालय की पहल से देशभर में बन रहा है गोबर से पेंट, जिससे किसानों को मिला आय का नया ज़रिया तो आम लोगों को मिला पेंट का ईको-फ्रेंडली विकल्प। बरगढ़, ओडिशा में प्राकृतिक पेंट बनाने वाली दुर्गा प्रियदर्शनी से जानिए क्या हैं इसके फायदे।
तीन साल पहले गोबर से लकड़ी बनाने की मशीन से मिली सफलता के बाद, पटियाला के 31 वर्षीय कार्तिक पाल ने अब गोबर सुखाने की मशीन (cow dung dryer machine) बनाई है। पढ़ें कैसे इस मशीन से किसान और डेयरी बिज़नेस वाले कमा सकते हैं मुनाफा।
बीटेक करने के बाद जहाँ ज़्यादातर लोग नौकरी की तलाश में मेट्रो शहरों के चक्कर काटते हैं, वहीं 32 साल के कमल ने खेती को अपना करियर चुना। आइये जानते हैं खेती ने उन्हें लाइफ में पैसे के अलावा और क्या-क्या दिया!