डॉ. विक्रम कॉफी के अलावा निचले क्षेत्रों में उगाया जाने वाला सेब, कीवी, ऐवाकाडो, पीस्ता और हींग की खेती को बढ़ावा देने के लिए विदेशों से मंहगे दामों में बीज मंगवाकर पहले तो इनकी पौधे अपने यहां तैयार करते हैं और इसके बाद इसे किसान-बागवानों में बांट देते हैं।
विलियम जब दुबई से नौकरी छोड़ अपने घर वापस लौटे और फलों की खेती शुरू की तो उनके दोस्तों और रिश्तेदारों को यह फैसला अजीब लगा। उन्होंने विलियम को आगे बढ़ने से हमेशा हतोत्साहित किया। लेकिन आज विलियम की सफलता ने उन्हें गलत साबित कर दिया है!
आमतौर पर शहरों में रहते हुए बच्चे ज़मीन और खेतों से दूर हो जाते हैं। बच्चों को यह कोई नहीं बताता है कि आखिर उनके डाइनिंग टेबल पर भोजन कैसे पहुंचता है। खेत और फसल की बातें करने वाला कोई नहीं है। ऐसे में कोलकाता की एक सोसाइटी ने ‘लिटिल फार्मर’ नाम का एक प्रॉजेक्ट शुरू किया है, जहां बच्चों को मज़ेदार तरीके से खेती के गुर सिखाए जाते हैं।
"मैं जैविक को हर एक गली-मोहल्ले तक पहुँचाना चाहता हूँ। यह तभी संभव है जब किसान भी जागरूक हों और ग्राहक भी। मैं अपनी तरफ से यही कर सकता हूँ कि अगर किसी किसान भाई को हमारी ज़रूरत है तो हम उनकी यथा संभव मदद करने के लिए तैयार हैं। आप मुझे फेसबुक या फिर सीधा मेरे नंबर पर संपर्क कर सकते हैं।"- भंवर सिंह
पाटिल ने जब बांस की खेती करना शुरू किया तब उनके सिर पर दस लाख रुपये का कर्ज था, लेकिन बांस की खेती ने न सिर्फ उन्हें कर्जमुक्त किया बल्कि आज पूरे देश में उनकी एक अलग पहचान है!
गणपति के मुताबिक, यह बाइक 1 लीटर पेट्रोल में 80 पेड़ों पर चढ़ सकती है। आधे मिनट में 30 मीटर चढ़ने वाली इस बाइक पर आपको न तो गिरने का डर है और न ही चोट लगने का!
पेशे से इंजीनियर शैलेन्द्र तिवारी और आनंद कुमार ने एक ऐसा डिवाइस बनाया है जिसकी सहायता से किसानों को पता चल जाता है कि आने वाले 4-5 दिनों में उनके खेत के आसपास का मौसम कैसा होगा।