IIT हैदराबाद के पीएचडी स्कॉलर प्रियब्रत राउतराय और KIITS स्कूल ऑफ़ आर्किटेक्चर, भुवनेश्वर के शिक्षक, अविक रॉय ने मिलकर पराली से सस्टेनेबल 'बायो ब्रिक' बनाई है, जिसका इस्तेमाल घर बनाने में किया जा सकता है।
क्या आप भी चाहते हैं कि आपका घर ऐसा हो, जहां न केवल बिजली का बिल कम आए, बल्कि वह पर्यावरण के अनुकूल भी हो। जी हां, हम बात कर रहे हैं एक सस्टेनबल घर की। अगर आप सचमुच ऐसा ही घर चाहते हैं, तो शुरुआत से ही आपको बिजली की बचत के बारे में सोचना होगा।
मैंगलोर में बसे इस घर को बनाने में, पुराने टूटे हुए घरों की लकड़ियां इस्तेमाल की गयी हैं। पर इन्हें बनाने वालों का दावा है कि यह 100 साल तक टिकने वाला घर है। जानिए क्या है, उनके इस दावे के पीछे की वजह!