चीजें जो हम नज़रअंदाज़ करते हैं, वह अक्सर सबसे महत्वपूर्ण होती है। डेस्क, कुर्सी या ब्लैक बोर्ड किसी स्कूल की सबसे बेसिक आवश्यकता होती है। इसके बावजूद ग्रामीण भारत के सैकड़ों स्कूल इन सुविधाओं से दूर है। "
'' मुझे सबसे अधिक ख़ुशी तब होती है जब यह बच्चे अपनी छोटी से छोटी समस्या मेरे पास हक से लेकर आते हैं, तो मुझे लगता है कि मैं सही मायनों में अपना फ़र्ज़ निभा पा रही हूँ। बच्चे बेझिझक मुझसे अपनी बातें शेयर किया करते हैं।''
''जब उन्होंने पहली बार एक एकड़ में पीली सतावरी लगाई तो आसपास के लोगों ने कहा, पंडित जी क्या झाड़ियां उगा रहे हो? कई लोगों को लगा इनकी बर्बादी के दिन आ गए हैं। लेकिन जब फसल कटी तो करीब चार लाख रुपए मिले। बाकी फसलों के मुकाबले ये रकम कई गुना थी।''
'हिम्मत और हौसला है तो सब मुमकिन है' इस बात पर यकीन रखने वाले विकी ने हमें विस्तार से बताया कि इस परीक्षा की तैयारी उन्होंने कैसे की थी और पहले ही अटेम्प्ट में इसे पास करने के लिए किन बातों का ध्यान रखना ज़रूरी है।
22 जून 1932 को लाहौर (अब पाकिस्तान में है) में जन्मे अमरीश पुरी हिंदी सिनेमा जगत के महान अभिनेताओं में से एक हैं। उन्होंने लगभग 400 फिल्मों में काम किया था।
जहाँ एक ओर कुछ पुलिस वालों का रवैया समाज में लोगों के बीच नकारात्मक प्रभाव डाल रहा है, वहीं मथुरा पुलिस का यह कार्य हर सरकारी विभाग के लिए एक सकारात्मक सन्देश है।