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अपने कश्मीर को दोबारा 'जन्नत' बनाना चाहती हैं, डल झील की सफ़ाई में लगी 6-साल की जन्नत!

By मानबी कटोच

तारीक़ ने अब फेसबुक पर ‘मिशन डल लेक’ नामक एक पेज की भी शुरुआत की हैं, जहाँ वो लोगों से मदद की अपील करते हैं। अगर आप जन्नत और उनके बाबा की डल को बचाने में मदद करना चाहते हैं, तो उनके इस पेज से ज़रूर जुड़े। यदि आप श्रीनगर में रहते हैं तो उनकी इस मुहिम में शामिल भी हो सकते हैं।

अनार की आधुनिक खेती कर बदली लोगों की सोच, पद्म श्री विजेता है गुजरात का यह दिव्यांग किसान!

गुजरात के बनासकांठा जिले के सरकारी गोलिया गाँव के एक दिव्यांग किसान गेनाभई दर्गाभई पटेल को साल 2017 में पद्म श्री से नवाज़ा गया। गेनाभाई अनार की जैविक और आधुनिक खेती करके आज लाखों में कमा रहे हैं। इतना ही नहीं, उन्होंने और भी किसानों को आधुनिक खेती करने की प्रेरणा दी है।

बिहार: 14 साल की उम्र में बनाई 'फोल्डिंग साइकिल,' अपने इनोवेशन से दी पोलियो को मात!

By निशा डागर

बिहार के पश्चिमी चंपारण के एक गाँव से ताल्लुक रखने वाले संदीप कुमार बचपन से ही पोलियो ग्रस्त हैं और भारतीय डाक सेवा में डाक सहायक के तौर पर कार्यरत हैं। इसके साथ ही, संदीप एक इनोवेटर हैं। उन्होंने एक 'फोल्डिंग साइकिल' बनाई, जिसके लिए साल 2009 में उन्हें नेशनल इनोवेशन फाउंडेशन ने सम्मानित किया।

अपने सस्ते और असरदार आविष्कारों से लाखों किसानों को आत्मनिर्भर बना रहा है 20 साल का यह किसान!

By मानबी कटोच

केवल 20 वर्षीय राजस्थान के किसान नारायण लाल धाकड़ बी. ए तृतीय वर्ष के छात्र हैं! युट्यूब पर उनके चैनल 'आदर्श किसान सेंटर' के 3 लाख से भी ज़्यादा सब्सक्राइबर हैं, जहाँ वे अपने नए आविष्कारों की जानकारी देते हैं!

'झाँसी की रानी' को जन-मानस तक पहुँचाने वाली सुभद्रा!

By निशा डागर

16 अगस्त 1904 को इलाहाबाद के निकट निहालपुर नामक एक गाँव में जन्मीं सुभद्रा कुमारी चौहान हिन्दी की सुप्रसिद्ध कवयित्री और लेखिका थीं। राष्ट्रीय चेतना के प्रति सजग इस कवियत्री के काव्य में आपको 'वीर रस' की आभा मिलेगी। उनकी कविता, 'झाँसी की रानी' के लिए उन्हें आज भी याद किया जाता है।

क्रिकेट के 'रन मशीन' विराट को तो जानते हैं, अब जानें बास्केटबॉल के 'स्कोर मशीन' खुशी राम को!

By निशा डागर

'बास्केटबॉल का जादूगर' और 'एशिया की स्कोरिंग मशीन' जैसे उपनामों से जाने जाने वाले खुशी राम, मशहूर भारतीय बास्केटबॉल खिलाड़ी और कोच थे। अर्जुन अवॉर्ड से सम्मानित खुशी राम ने राजस्थान बास्केटबॉल टीम को ट्रेनिंग दी और भारतीय बास्केटबॉल टीम को अजमेर सिंह और हनुमान सिंह जैसे ओलंपियन दिए।

जानिये किसने बनायी थी ऑल इंडिया रेडियो की ऐतिहासिक धुन, जिससे होती थी आपके सुबह की मीठी शुरुआत!

हर साल 13 फरवरी को विश्व रेडियो दिवस मनाया जाता है और इस दिन को खास बनाती है, AIR की यादों को एक ही धागे में पिरोती है वह धुन, जो सुबह की पहली किरण के साथ रेडियो पर बजती थी। इस धुन को किसी भारतीय ने नहीं, बल्कि एक चेक यहूदी शरणार्थी, वाल्टर कॉफ़मैन ने इज़ाद किया था।

(अ)प्रेम-कविता

By मनीष गुप्ता

बस इतनी है कविता. इतना ही है जीवन का सच. प्रेम भी यूँ तो सच है. लेकिन सबके लिए नहीं. सभी प्रेम के उपभोक्ता हैं. बस उपभोक्ता. प्रेम करके अपनी उड़ान को पंख देना सबके बस की बात नहीं.

'मातोश्री' रमाबाई : वह महिला, जिसके त्याग ने 'भीमा' को बनाया 'डॉ. बाबासाहेब आम्बेडकर'!

By निशा डागर

रमाबाई भीमराव आम्बेडकर बाबा साहेब की पत्नी थीं। आज भी लोग उन्हें 'मातोश्री' रमाबाई के नाम से जानते हैं। उन्होंने ताउम्र बाबा साहेब का साथ दिया। बाबा साहेब ने भी अपने जीवन में रमाबाई के योगदान को बहुत महत्वपूर्ण माना है।

चाय की जैविक खेती से हर साल 60-70 लाख रूपये कमा रहा है असम का यह किसान!

असम के रहने वाले तेनज़िंग बोडोसा चाय कि जैविक खेती करते हैं। सिर्फ़ चाय की खेती से उनकी सालाना कमाई 60-70 लाख रूपये है। चाय के अलावा वे फल-सब्ज़ियाँ और धान भी उगाते हैं। तेनज़िंग की चाय आज कनाडा, यूके, युएस जैसे देशों में भी मशहूर है।