निराला : ध्रुपद : गुंदेचा बंधु : अंतिम प्रणामशनिवार की चायBy मनीष गुप्ता16 Nov 2019 10:51 ISTआइये एक चाय पद्म श्री रमाकांत गुंदेचा जी के नाम पी जाए. जिनका कुछ दिनों पहले 57 वर्ष की अल्पायु में आकस्मिक निधन हुआ है.Read More
छठ पूजा : संगीत का हुस्न : नास्तिकताशनिवार की चायBy मनीष गुप्ता02 Nov 2019 12:23 ISTआज शनिवार की चाय के साथ आइये हम कुछ सामाजिक, धार्मिक बेड़ियाँ तोड़ें और हमारे देश की सांस्कृतिक समृद्धि के इस फूल की ख़ुशबू का रस लें :)Read More
पटाखे : पंछी : मिस श्रीवास्तव की लाइटिंगशनिवार की चायBy मनीष गुप्ता26 Oct 2019 16:22 ISTआज की शनिवार की चाय महानगरों में अकेले रहने वाले दिलजलों के नाम, चियर्स!!Read More
ख़ामोशी की पंखुड़ियाँ !शनिवार की चायBy मनीष गुप्ता19 Oct 2019 10:23 ISTआज की शनिवार की चाय ख़ामोशी के साथ आपकी नज़्र :)Read More
वो आदमी कभी औरत थाशनिवार की चायBy मनीष गुप्ता12 Oct 2019 12:03 ISTऐसा हो सकता है कि कोई मन अपने शरीर से सामंजस्य न बैठा पाए. उसे ऐसा लगे कि मैं (मन) हूँ तो स्त्री लेकिन एक पुरुष के शरीर में बेहतर रहता, या इसका उलट कि हूँ तो पुरुष लेकिन मेरा शरीर स्त्री का होना चाहिए था. Read More
अच्छी ख़बरों का ज़माना - एक नृत्य नाटिकाशनिवार की चायBy मनीष गुप्ता17 Aug 2019 09:54 IST[पल भर के लिए कोई हमें प्यार कर ले.. झूठा ही सही..]Read More
Hither hither, Loveशनिवार की चायBy मनीष गुप्ता03 Aug 2019 15:35 IST(काते मोला मोहनी डार दिए गोंदा फूल)Read More
उम्मीद के फूलशनिवार की चायBy मनीष गुप्ता26 Jul 2019 19:31 ISTइतना कुछ सुन्दर है आपके जीवन में लेकिन फिर भी जो तलाश है क्या वो बेमानी नहीं?Read More
ऐ, तुम्हारा पियानो कहाँ है?शनिवार की चायBy मनीष गुप्ता21 Jun 2019 10:29 ISTवे सच्ची ख़ुशी चाहते हैं. वे नृत्यरत होना चाहते हैं, वे जीवन का गीत गाना चाहते हैं. इस दुनिया को ऐसे लोग ही सुन्दर बनाते हैं. Read More