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प्रीति टौंक

मूल रूप से झारखंड के धनबाद से आनेवाली, प्रीति ने 'माखनलाल पत्रकारिता यूनिवर्सिटी' से पत्रकारिता में मास्टर्स किया है। ऑल इंडिया रेडियो और डीडी न्यूज़ से अपने करियर की शुरुआत करने वाली प्रीति को, लेखन के साथ-साथ नयी-नयी जगहों पर घूमने और अपनी चार साल की बेटी के लिए बेकिंग करने का भी शौक है।

Grow Monstera: घर की खूबसूरती में चार चांद लगा देगा यह पौधा, इसे उगाना भी है आसान

By प्रीति टौंक

घर में बालकनी और छत नहीं है तो भी आप घर के अंदर उगा सकते हैं Monstera का पौधा। पढ़ें इसके देखभाल और लगाने के तरीकों के बारे में।

‘पंचम पूरीवाला’: 170 साल पहले स्टेशन पर पूरियां बेचकर, बनाया मुंबई का सबसे फेमस ब्रांड

By प्रीति टौंक

मुंबई के मशहूर VT (हाल में CST) स्टेशन के पास तक़रीबन 170 साल पहले, आगरा से आकर एक शख्स ने पूरी बेचना शुरू किया था। लोगों को इनकी पूरियां इतनी पसंद आयी कि आज परिवार की छठी पीढ़ी भी इसी काम से जुड़ी है।

गांव में जो भी बेकार और आसानी से मिला, उससे बना लिया घर, शहर छोड़ जीते हैं सुकून से

By प्रीति टौंक

मुंबई और पुणे जैसे शहरों में बतौर इंजीनियर काम करने वाले नरेंद्र पितले, नौ साल पहले शिलिम्ब गांव में आकर बस गए। यहाँ उन्होंने मिट्टी और रीसायकल चीजों से, मात्र दो लाख रूपये में एक इको फ्रेंडली घर तैयार कर लिया।

कश्मीर: लॉकडाउन में नहीं बिके अखरोट, तो तेल बनाकर शुरू कर दिया बिज़नेस

By प्रीति टौंक

पहलगाम (कश्मीर) के एक गांव हसन नूर के 28 वर्षीय जासीफ़ अहमद डार किसान परिवार से ताल्लुक रखते हैं। पिछले साल लॉकडाउन के कारण, जब उनके कई किलो अखरोट नहीं बिके, तो उन्होंने एक नई तरकीब निकाली और इसके प्रोडक्ट्स बनाकर ऑनलाइन बेचना शुरू कर दिया।

ब्रेन स्ट्रोक के बाद भी गार्डनिंग करके तंदुरुस्त जीवन जी रही हैं यह 67 वर्षीया प्रोफेसर

By प्रीति टौंक

सूरत की 67 वर्षीया डॉ. मोहिनी गढिया ने नौकरी से रिटायर होने से पहले गार्डनिंग को अपना दूसरा काम बना लिया। एक साल पहले जब उन्हें ब्रेन स्ट्रोक आया तब घर में लगे पेड़-पौधों ने ही, उन्हें फिर से ठीक होने में मदद की।

कभी कॉलेज नहीं गया यह युवक, पर बना दिए 35 तरह के Farming Tools, विदेशों तक है मांग

By प्रीति टौंक

जो किसान महंगे औजार और मशीन नहीं खरीद सकते, उनके लिए Farming Tools बनाने का काम करते हैं, गुजरात के हिरेन पंचाल।

गुजरात के इस ईको फ्रेंडली घर को मिला है 'आदर्श घर' का अवॉर्ड, बिजली, पानी, सब्जी सब है फ्री

By प्रीति टौंक

अमरेली के रहनेवाले कैलाशबेन और कनुभाई करकर के घर में तमाम सुविधाएं होते हुए भी, बिजली-पानी का कोई खर्च नहीं आता है। इतना ही नहीं, सरकार उन्हें सालाना 10 हजार रुपये देती है। तभी तो इसे मिला है गुजरात के आदर्श घर का अवॉर्ड।

शिक्षक दम्पति ने उठाया सड़क पर पलने वाले बच्चों का ज़िम्मा, एक छत दिलाने में करें इनकी मदद

By प्रीति टौंक

सोलापुर बार्शी के विनया और महेश निम्बालकर ने सड़क किनारे रहने वाले प्रवासी मजदूरों के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का बीड़ा उठाया। कई चुनौतियों का सामना करते हुए, आख़िरकार 2015 में उन्होंने ‘स्नेहग्राम’ विद्यालय की स्थापना की। यह स्कूल पूरी तरह से सामुदायिक सहायता से चलता है।

Grow Pothos: न मिट्टी चाहिए, न धूप, बिना नखरे वाले इन पौधों को उगाना भी है उतना ही आसान

By प्रीति टौंक

गार्डन छोटा हो या बड़ा Pothos यानी मनी प्लांट का पौधा तो हर घर में लगाया जा ही सकता है। पढ़ें, इसे उगाने और इसकी देखभाल से जुड़ी जरूरी बातें।

'JhaJi' - ननद-भाभी की जोड़ी ने मिलकर किया कमाल, मिथिला के अचार को किया देशभर में मशहूर

By प्रीति टौंक

बिहार के दरभंगा शहर की रहने वाली कल्पना झा और उनकी भाभी उमा झा ने 50 की उम्र पार करने के बाद एक नई शुरुआत की है। इन दोनों ने मिलकर 'JhaJi अचार' नामक ऑनलाइन अचार बिजनेस की शुरुआत की है।