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प्रेरक महिलाएं

आगरा की महिला का कमाल, बाथटब में मोती उगाकर कमाए 80,000 रूपए!

By पूजा दास

शुरुआत में रंजना परिवार इस बिज़नेस के लिए सहमत नहीं हो रहे थे, इसलिए उन्होंने तय किया कि वह पहले घर पर ही मोती की खेती करके दिखाएंगी और परिवार का विश्वास जीतेंगी।

बिहार की सुनीता बाँस और पाइप में उगा रही हैं सब्जियाँ, मशरूम ने बनाया आत्मनिर्भर!

खुद आत्मनिर्भर बनने के साथ-साथ सुनीता अन्य महिलाओं को भी मशरूम उगाने की ट्रेनिंग देती हैं, ताकि उनका भी जीवन संवर सके।

सीताफल की प्रोसेसिंग ने बदली आदिवासी महिलाओं की तक़दीर, अब नहीं लेना पड़ता कहीं से कर्ज!

By निशा डागर

पहले ये आदिवासी महिलाएं जंगलों से सीताफल इकट्ठे करके सड़क किनारे बेचतीं थीं और मुश्किल से दिन के 100 रुपये कमातीं थीं, आज इन्हें एक ही टोकरी के लगभग 250 रुपये तक मिल जाते हैं।

पंजाब के बिजनेसमैन ने रखा अपनी दुकान का नाम – ‘गुप्ता एंड डॉटर्स’

By पूजा दास

मनोज कुमार गुप्ता कहते हैं, "मैंने तय किया कि मेरे स्टोर का नाम लैंगिक समानता और महिला सशक्तीकरण का प्रतीक होगा।"

ओलंपिक क्वालीफाई करने वाली महिला शूटर का प्रयास, ग्रामीण महिलाओं को सिखा रहीं जैविक खेती!

शगुन ने महिलाओं के साथ मिलकर सब्जियों की सप्लाई दिल्ली और जयपुर जैसे शहरों तक करने की व्यवस्था भी कर ली है।

जॉब के साथ अपना व्यवसाय भी, 150 रुपये से शुरू कर पहुंची लाखों तक!

By निशा डागर

हर्षिता ने अपनी शुरूआत अपने दोस्तों के लिए पर्सनल स्केचबुक बनाने से की थी और अब वह ब्रांड्स को भी डिजाइनिंग सर्विसेज दे रही हैं!

छत्तीसगढ़ के इस गाँव में महिलाएँ चला रही हैं मॉल, लाखों का हो रहा है कारोबार!

इस मॉल की वजह से आर्थिक रूप से गरीब महिलाओं को रोज़गार व 1400 परिवारों में अतिरिक्त आय के साधन मिल रहे हैं।

माँ से 30 हजार उधार लेकर शुरू किया था ऑर्गेनिक खादी ब्रांड, अब 50 लाख का टर्नओवर!

मध्य प्रदेश स्थित KhaDigi जैविक कपास जैसे अन्य प्राकृतिक फाइबर और बांस एवं सोयाबीन के कचरे का उपयोग करता है।

पहले खेती करतीं हैं, फिर उस फसल की प्रोसेसिंग घर पर कर मार्केटिंग भी करतीं हैं यह किसान!

By निशा डागर

जैविक खाद, जीवामृत बनाना हो या फिर गेहूं-बाजरे के उत्पाद, सभी काम उनके यहाँ हाथों से ही होता है!