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प्रेरक महिलाएं

पति के गुजरने के बाद मजदूरी करती थीं माँ-बेटी, आज नई तरह की खेती से बनीं लखपति!

By कुमार विकास

बीलो का जीवन अब पूरी तरह से बदल गया है उनकी छोटी बेटी ने अब ग्रेजुएशन पूरा कर लिया है और खेती का पूरा हिसाब भी वही रखती है।

गाँव-गाँव घूम महिलाओं को कानूनी अधिकारों के बारे में जागरूक करती हैं दिल्ली की विदुषी

लॉ के कोर्स में दाखिला लेने के बाद विदुषी ने जाना कि भारत के संविधान में ऐसे बहुत से कानून हैं जो महिलाओं की सुरक्षा के लिए बनाये गए हैं लेकिन ज़मीनी स्तर पर महिलाओं को इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

80 रूपए के लोन से इन 7 महिलाओं ने बनाई 1600 करोड़ की कंपनी, पढ़ें 'लिज्जत पापड़' का सफ़र

एक दिन गर्मी के मौसम में एक छत पर सात गुजराती महिलाएं अपने घर की गरीबी दूर करने के बारे में सोच रही थीं, उनके दिमाग में पापड़ बनाने का आइडिया आया और चार पैकेट के साथ शुरू हो गया लिज्जत पापड़ का सफ़र।

कभी खेती करने के लिए मना करते थे दादाजी, अब उसी खेती से पोती कमा रही सालाना 10 लाख रूपये

सनिहा सोशल मीडिया के माध्यम से लोगों को खेती के बारे में जानकारी भी देती हैं और ज्यादा से युवाओं को खेती में आने के लिए प्रेरित करती हैं।

कभी बाढ़ से पलायन करते थे ग्रामीण, महिला आईएएस ने अभियान चला मोबाइल से पहुंचाई मदद

By द बेटर इंडिया

सहरसा में मात्र 55 प्रतिशत साक्षरता है, वहीं डिजिटल साक्षरता इससे भी काफी कम, लेकिन डॉ० शैलजा ने इन बाधाओं के बाद भी ज्यादा से ज्यादा ग्रामीणों को सरकारी योजनाओं की मदद पहुंचाई।

खुद उगातीं हैं कटहल, निम्बू और आम और फिर प्रोसेसिंग कर बनातीं हैं 100 से ज़्यादा उत्पाद

By निशा डागर

कुसुमवती बतातीं हैं कि लॉकडाउन के दौरान भी वह अपने उत्पादों के ज़रिए महीने के लगभग 10 हज़ार रुपये कमाने में सफल रही हैं!

कभी दिहाड़ी मजदूरी करने को मजबूर यह आदिवासी महिला, आज हैं मशरूम खेती की मास्टर ट्रेनर!

By नेहा रूपड़ा

पश्चिम बंगाल के उत्तरी दिनाजपुर की रहने वाली सुशीला के गाँव की भौगोलिक स्थिति ऐसी है कि उनके पास चाय के बागान में दिहाड़ी मजदूर के रूप में काम करना ही एक मात्र विकल्प था लेकिन फिर भी उन्होनें हार नहीं मानी!

किसान, बुनकर, कशीदाकार और दर्जी को सीधा जोड़ 100 से ज्यादा महिलाओं को दिया रोज़गार!

By निशा डागर

अभिहारा फाउंडेशन तीन क्लस्टर में काम करती है- इकत, पेदना (कलमकारी) और नारायणपेट (सादा सूती साड़ियाँ)

झारखंड: साइंटिस्ट से कम नहीं हैं ये महिलाएं, रेशम की वैज्ञानिक खेती कर कमा रही हैं मुनाफा!

By कुमार विकास

सैकड़ों महिलाएँ जो कल तक स्मार्ट फोन तक भी नहीं देख पायी थीं, आज माइक्रोस्कोप के जरिए अंडा एवं कीट उत्पादन की टेस्टिंग कर रही हैं।