चंडीगढ़ में एक सिख परिवार से ताल्लुक रखने वाली 20 वर्षीय जहान गीत सिंह को भारत की 'ढोल गर्ल' के नाम से भी जाना जाता है। जहान की कहानी सबसे पहले यूके की मैगज़ीन 'टॉम टॉम' में आई थी। पिछले ही साल, चड़ीगढ़ के 'टेड एक्स' इवेंट में जहान ने परफॉर्म किया।
22 जनवरी 2019 को राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने देश भर से चुने गये 26 बच्चों को 'प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार' से नवाज़ा। इन बच्चों में मध्य-प्रदेश के मुरैना जिले से अद्रिका गोयल और उनके भाई कार्तिक गोयल को भी सम्मानित किया गया।
दिल्ली सरकार ने राजधानी में दिव्यांग-अनुकूल बस चलवाने का फ़ैसला किया है। इस पहल के पायलट स्टडी के लिए फ़िलहाल 25 बस शुरू होंगी और ऐसी कुल 1, 000 बसें अक्टूबर के महीने तक पूरे शहर भर में दौड़ने लगेंगी। जब पूरी दुनिया में ट्विटर पर #ThingsDisabledPeopleKnow पर बात हो रही है तो यह बहुत ही अच्छा कदम है।
बीते शनिवार, 19 जनवरी 2019 को दिल्ली पुलिस ने देर रात को काफ़ी जद्दोज़हद के बाद मानव तस्करी के एक बड़े अपराधी, लोपसंग लामा को गिरफ्तार किया। लामा मूल रूप से नेपाल से है लेकिन अब उसका परिवार अरुणाचल प्रदेश में रहता है।
दिल्ली निवासी अलगरत्नम नटराजन को आज लोग 'मटका मैन' के नाम से भी जानते हैं। वे हर रोज साउथ दिल्ली में अनगिनत गरीब और जरुरतमंदों की प्यास बुझाते हैं। उन्होंने यहाँ के अलग-अलग इलाकों में लगभग 80 मटके लगवाए हैं और हर सुबह जाकर इन सारे मटकों को स्वच्छ और पीने योग्य पानी से भरते हैं।
दिल्ली के पवन शाह नामक एक ऑटो ड्राईवर ने हाल ही में, एक महिला और उसके एक साल के बेटे को पानी में डूबने से बचाया। हालांकि, इन दोनों की जान बचाने में पवन खुद तेज बहाव के साथ बह गये। दक्षिण-पूर्व दिल्ली के डीएसपी ने बताया कि इस नेक काम के लिए उनका नाम जीवन रक्षक अवॉर्ड के लिए नामित किया जाएगा।
बंगलुरु निवासी चंदन पांडेय नाम के एक फेसबुक यूजर ने एक कैब ड्राईवर के बारे में एक पोस्ट साँझा की है। इस पोस्ट को पढ़कर आप एक बार फिर सच्चाई और इंसानियत में विश्वास करने लगेंगे। चंदन ने अपनी पोस्ट में बताया है कि कैसे दिल्ली में उनके साथ हुए एक वाकया ने उनका नजरिया लोगों की अच्छाई के प्रति और भी मजबूत कर दिया है।
दिल्ली में 'हाउस ऑफ़ स्ट्रे' और 'पीपल्स फॉर एनिमल' जैसे एनजीओ इस सर्दी के मौसम में सड़कों पर भटकने वाले कुत्तों के लिए गरम कपड़ें, कम्बल और गद्दे आदि का इंतजाम कर रहे हैं। इनके अलावा दिल्लीवासी भी हर साल अपने इन बेजुबान दोस्तों की मदद करते नजर आते हैं।