"एक गृहिणी भी बिज़नेस वुमन बन सकती है और इसके लिए सिर्फ़ तीन चीज़ें करनी हैं- टेक्नोलॉजी को ही नहीं बल्कि खुद को भी अपग्रेड करना, अपनी गलतियों से सीखना और लगातार मेहनत करते रहना।"
डॉ. ध्रुव कक्क्ड़ एक अच्छे अस्पताल में कार्यरत थे और डॉ. प्रियांजलि उनके यहां इंटर्नशिप कर रही थीं। वे चाहते तो बड़े अस्पतालों में काम करते हुए आराम की ज़िंदगी गुजारते। लेकिन उनका जूनून स्वास्थ्य सुविधाओं को घर-घर तक पहुँचाना है!