लुधियाना, पंजाब के रहने वाले 39 वर्षीय बैंक क्लर्क अंकित गुप्ता ने यूट्यूब से हाइड्रोपोनिक्स विधि सीखकर, अपने घर की छत पर यह सेटअप लगाया और आज वह हर महीने 40 हजार रुपए से ज्यादा की सब्जियां ग्राहकों तक पहुँचा रहे हैं।
केरल के तिरुवनंतपुरम निवासी, राजमोहन ने अपने घर की छत पर ग्रो-बैग्स में अंगूर उगाकर इस धारणा को बदल दिया है कि अंगूर केवल पहाड़ी क्षेत्रों में ही उगते हैं।
मुंबई की प्रीति पाटिल बता रही हैं कि कैसे मुंबई पोर्ट ट्रस्ट की रसोई से निकलने वाले जैविक कचरे को डिस्पोज़ करने के लिए, उन्होंने इसकी छत पर ही टैरेस गार्डनिंग शुरू की और 116 पेड़-पौधे लगा दिए।
पुणे के रहने वाले इंजीनियर और अब एक ‘अर्बन किसान’ समीर, पिछले 5 सालों से अपनी छत पर ‘एक्वापोनिक्स’ तरीके से 63 किस्म की सब्ज़ियां उगा रहे हैं। जिनमें टमाटर, पालक, पुदीना, खीरा, मक्का, स्टीविया और कद्दू शामिल हैं।
हैदराबाद की रहने वाली एक गृहिणी, दर्शा साई लीला अपनी छत पर 600 से अधिक पौधों की बागवानी करती हैं, जिसमें आम, नारंगी, लीची, अमरूद, ड्रैगन फ्रूट, से लेकर एवोकाडो तक शामिल हैं।
2017 में, PM Modi के सम्मान में इजरायल ने अपने देश में गुलदाउदी का नाम बदलकर “मोदी फूल” रख दिया था। यहाँ जानिए आप इस सदाबहार फूल को गमले में कैसे उगा सकते हैं।
वाराणसी के रहने वाले नंदलाल मास्टर और रंजू सिंह अपने घर की छत पर मौसमी सब्ज़ियाँ जैसे बैगन, टमाटर, लौकी, सेम, खीरा, करेला,पालक,लहसून, भिन्डी आदि उगा रहे हैं!