सीवी राजू ने कई प्रयोग करके पेड़-पौधों से मिलने वाले प्राकृतिक रंग को सहेजने की तकनीक बनाई, ताकि लकड़ी के खिलौने बनाने की GI Tagged Etikoppaka Toys की सैकड़ों सालों पुरानी कला को सहेजा जा सके।
आंध्र प्रदेश के श्रीकाकुलम में रहने वाली, अनुराधा पेरला ने अपने घर पर तो 1000 से ज्यादा पेड़-पौधे लगाए ही हैं, साथ ही, उन्होंने एक अस्पताल में भी सब्ज़ियां उगाई हैं, जिनसे मरीजों के साथ आये परिजनों के लिए भी खाना बनाया जाता है।
ध्र प्रदेश के कडप्पा जिले में 28 वर्षीया डॉ. नूरी परवीन, जरूरतमंद और गरीब लोगों के लिए क्लिनिक चला रही हैं, जहाँ वह मात्र 10 रुपये में मरीज़ों का इलाज करती हैं।
आंध्र प्रदेश के कदिरी में, आरटीसी बस डिपो के एक बस कंडक्टर थोटा श्रीधर, हर साल गणतंत्र दिवस के मौके पर ‘जिला परिषद हाई स्कूल’ में गरीब छात्रों की मदद के लिए, 20 से 25 हजार रुपये का आर्थिक योगदान करते हैं।
पुलिस के लिए हमारे मन में अक्सर एक नकारात्मक छवि रहती है। लेकिन, आंध्र प्रदेश के कोशी बग्गा पुलिस स्टेशन में एसआई के रूप में तैनात कोट्टुरू सिरीशा ने एक लावारिस लाश को 2 किमी तक कंधा देकर, एक नई मिसाल कायम की है।
आंध्र प्रदेश के विशाखापट्नम स्थित एमवीपी कॉलोनी में रहने वाले चित्तम सुधीर सीधा किसानों से 8 तरह के अनाज खरीदकर अपने स्टॉल पर अलग-अलग तरह की इडली बनाते हैं!