बेंगलुरु के प्रवासी मजदूर परिवारों के बच्चों के लिए स्कूल आम बात नहीं! उनके जीवन में, माता-पिता की मदद करना, दिन की मजदूरी कमाना या मिट्टी में खेलना, बिना किसी भविष्य के सपने, बिना किसी उम्मीद के।
31 वर्षीय बकुल खेतकडे एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं, उन्होंने अपनी IT नौकरी से ब्रेक लिया और शौक के लिए Mandala Art बनाना सीखा। आज उनकी वही कला, उनका काम बन चुकी है, जिसे वह बड़ी ख़ुशी से कर रही हैं।
कुछ दिनों से इटेलियन लक्ज़री फ़ैशन ब्रांड, Gucci का एक 'फ्लोरल एम्ब्रायडरी ऑर्गेनिक काफ्तान' चर्चा का विषय बना हुआ है। जिसकी वजह है इसकी कीमत, एक ट्विटर यूजर ने 3,500 डॉलर यानी 2.5 लाख रुपये के इस कुर्ते के बारे में ट्वीट किया था।
मुंबई की रुक्मिणी ने 2018 में अपने फ़ूड स्टार्टअप ‘द ग्रोइंग जिराफ़’ की शुरुआत बच्चों के पोषण को ध्यान में रख कर की थी। आज, उनके बनाये रागी, पीनट बटर जैसे सुपर फूड से बनी कुकीज़ और बार, बच्चों के साथ-साथ, बड़ो की भी पसंद बन चुके हैं।
"मैंने अपने कानों से लोगों को मुझे 'भिखारी' कहते हुए सुना है। कोई कहता कि देखते हैं कितने दिन तक यह मुहिम चलती है। भला एक रुपये में ऐसी क्या दुनिया बदल देगी।"