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लॉकडाउन का किया सही इस्तेमाल, 350 दुर्लभ पेड़ों का बीज बैंक बनाकर बांटते हैं मुफ्त

By प्रीति टौंक

पालनपुर, गुजरात के 26 वर्षीय निरल पटेल ने लॉकडाउन के दौरान एक अनोखा बीज बैंक बनाया है। वह महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान तक पार्सल से विलुप्त होती वनस्पतियों और पेड़ों के बीज पहुंचाते हैं।

पंजाब: अमेरिका से लौटकर शुरू की प्राकृतिक खेती, 17 परिवारों तक पहुंचा रहे हैं जैविक भोजन

By निशा डागर

मोहाली, पंजाब के रहने वाले 57 वर्षीय किसान, चरणदीप सिंह अपनी सात एकड़ जमीन पर गेहूं, चावल, दाल, मौसमी सब्जियां, मसाले और कई तरह के फल उगा रहे हैं। कुदरती तरीकों से खेती करने के कारण, उनके खेतों में 50 से ज्यादा प्रजातियों के पक्षी आते हैं।

रेलवे अफसर ने अपनी शादी पर छपवाया ऐसा कार्ड, जिससे उगेंगे 6 किस्म के पौधे

By निशा डागर

तेलंगाना के शादनगर के रहने वाले इंडियन रेलवे ट्रैफिक सर्विस ऑफिसर, शशिकांत कोर्रवाथ ने अपनी शादी के लिए इको-फ्रेंडली कार्ड छपवाया है!

अपनी जेब से पैसे खर्च कर लगाते हैं पौधे, फिर करते हैं उनकी देखभाल, लगाए 70, 000 पेड़

By निशा डागर

पौधे लगाने के लिए या फिर उनकी देखभाल करने के लिए वह किसी से कोई फंडिंग नहीं लेते बल्कि अपनी कमाई का एक हिस्सा इस काम के लिए खर्च करते हैं!

जंगलों से 11 लाख देसी बीज इकट्ठा कर लोगों को मुफ्त बाँट चुके हैं शिक्षक पति-पत्नी

By निशा डागर

गुजरात के इन टीचर पति-पत्नी का उद्देश्य हमारे आस-पास से लुप्त हो रहीं वनस्पतियों को सहेजकर आनेवाली पीढ़ी तक पहुँचाना है।

कोरोना हीरोज़ के सम्मान में मैंगो मैन ने उगायीं दो नई किस्में - ‘डॉक्टर आम’ और ‘पुलिस आम’!

"मेरा लक्ष्य हमेशा दुनिया में मिठास फैलाने का रहा है। आम से बेहतर कुछ और भला क्या हो सकता है! ” यह 80 वर्षीय उस किसान का कहना है, जिसने आम की 1600 किस्मों की खेती की है।

असम की बीज लाइब्रेरी, 12 साल में किसान ने सहेजी 270+ चावल की किस्में!

By निशा डागर

मोहान बोरा की 'अन्नपूर्णा लाइब्रेरी' का सिद्धांत है कि बीज बोइए, कुछ फसल में जाने दीजिए और कुछ को सहेजिए ताकि दूसरों को उगाने के लिए दिया जा सके। फिर अन्य किसान चाहें तो कुछ आपको वापस कर सकते हैं और कुछ आगे दूसरे किसानों को दें!

घर में ही करें किसानी, इस माँ की बनाई 'ग्रो ईट योरसेल्फ' किट के साथ!

By निशा डागर

इस किट में नारियल का एक बायोडिग्रेडेबल गमला, बीज, जैविक उर्वरक, प्लांटिंग टैग,और दिशा-निर्देश के लिए एक मैन्युअल होता है!

9 साल में 5, 000 किसानों तक मुफ़्त देशी बीज पहुंचा चुके हैं यह कृषि अधिकारी!

By निशा डागर

"साल 2008 में जब कैंसर के चलते मैंने अपनी पत्नी को खो दिया, तो मुझे लगा कि मैं अपने लेवल पर लोगों का स्वास्थ्य सुधारने के लिए जो कर सकता हूँ, ज़रूर करूँगा।"

वकालत छोड़, ग़रीब किसानों के लिए उगाने लगे बीज; बनाया उत्तर-प्रदेश का पहला बीज-गोदाम!

दर्शनशास्त्र में एमए और एलएलबी करने वाले सुधीर अब तक 35 से ज्यादा फसलों के उन्नत बीज विकसित कर चुके हैं। यूपी का पहला ग्रामीण बीज गोदाम लगाने वाले सुधीर के विकसित किए बीज कई राज्यों के किसान उपयोग कर रहे हैं। कई कृषि संस्थान और कम्पनियांं उनसे बीज खरीदती है। देशभर से किसान खेती सीखने उनके पास आते हैं।