बांस से साइकिल बनाने के इस हुनर को कैप्टेन पाठक ग्रामीण भारत तक ले जाना चाहते हैं ताकि बांस की खेती करने वाले किसानों और गाँव के युवाओं के लिए आय के साधन बन सकें!
इंदौर के राजेंद्र सिंह अपनी सोसाइटी के आस-पास घुमने वाले जानवरों का ख्याल रख रहे हैं तो वहीं बंगलुरु के प्रवीण कुमार हर दिन लगभग 150 जानवरों को खाना खिला रहे हैं। इस मुश्किल घड़ी में भी इंसानियत की ऐसी मिसालें वाकई एक बेहतर कल की उम्मीद जगाती है!
धनंजय अभंग ने ऐसा बायोगैस प्लांट बनाया है जिसे जगह के हिसाब से बनाकर लगाया जा सकता है। अच्छी बात ये है कि इसमें प्रोसेसिंग के दौरान कोई बदबू नहीं आती है!