पुणे निवासी, विमल दिघे का परिवार पिछले 16 वर्षों से खाना पकाने के लिए बायोगैस का उपयोग कर रहा है, जिससे उनके LPG Cylinder पर होने वाला खर्च आधा हो गया है।
पुणे के रहने वाले अभिषेक माने और उनका परिवार पिछले 4 सालों से घर में बिजली की आपूर्ति तथा अपने चार इलेक्ट्रिक वाहन चार्ज करने के लिए, सौर ऊर्जा का इस्तेमाल कर रहे हैं। महीने में उनका बिजली बिल सिर्फ 70 रूपये आता है।
पुणे के रहने वाले इंजीनियर और अब एक ‘अर्बन किसान’ समीर, पिछले 5 सालों से अपनी छत पर ‘एक्वापोनिक्स’ तरीके से 63 किस्म की सब्ज़ियां उगा रहे हैं। जिनमें टमाटर, पालक, पुदीना, खीरा, मक्का, स्टीविया और कद्दू शामिल हैं।
गुजरात के मोरबी जिला जिले के जबलपुर गाँव के रहने वाले किसान मगन कामरिया के लिए परंपरागत खेती से अपना घर चलाना तक मुश्किल हो गया था, लेकिन आज वह अमरूद की खेती कर सफलता की एक नई इबारत रच रहे हैं।
महाराष्ट्र के पुणे के रहने वाले 34 वर्षीय गोपाल डागोर के आँखों की रेटिना बचपन से ही खराब थी, लेकिन डॉक्टरों को लगा कि आगे चलकर यह ठीक हो जाएगा। लेकिन साल 2016 में उनकी 90% दृष्टि बाधित हो गई। इस घटना से गोपाल की नौकरी चली गई और उनका जीवन काफी कठिन हो गया।