मिलिए लखनऊ की चारु खरे से, जो पेशे से एक जर्नलिस्ट हैं और साल 2020 से शहर की सड़कों पर घूमनेवाले बेज़ुबानों की सेवा करने का काम कर रही हैं। इसके लिए उन्होंने ‘आसरा’ नाम की एक संस्था भी बनाई है। पढ़ें कैसे मिली उन्हें इस मुश्किल काम को करने की प्रेरणा।
टोक्यो (जापान) में चल रही वर्ल्ड बैडमिंटन चैंपियनशिप में भारत के स्टार शटलर चिराग शेट्टी और सात्विक साई राज की जोड़ी ने इतिहास रच दिया है। उन्होंने चैंपियनशिप के सेमीफाइनल में पहुंचकर देश के लिए मेंस डबल्स इवेंट का पहला मेडल पक्का कर दिया है।
पुणे के प्रियदर्शन सहस्त्रबुद्धे ने अपने फ़ूड वेस्ट को उपयोग में लाने के लिए एक बायो गैस डिवाइस, ‘वायु’ बनाया है। इससे वह न सिर्फ़ अपना, बल्कि अपने पड़ोसियों का फ़ूड वेस्ट भी इस्तेमाल में ला रहे हैं और आज उन्हें LPG सिलेंडर ख़रीदने की ज़रुरत ही नहीं पड़ती।
गुवाहाटी, असम में स्थित पूर्वोत्तर की सबसे बड़ी 'डेफोडिल नर्सरी' चलाने वाले ध्रुबज्योति शर्मा ने आज अपने पिता के 38 साल पुराने बिज़नेस को दिया एक नया रूप, जानिए इसकी शुरुआत की कहानी।
होम गार्डनिंग करने वाले ज्यादातर लोग मौसमी सब्जियों के बीज जमा करके रखते हैं, ताकि अगले साल सब्जियां उगाने के लिए बीज बाहर से न खरीदने पड़ें। जानें अलग-अलग सब्जियों के बीजों को संभालकर रखने का तरीका।
क्षमा, योगेश, माधवी और लोकेश मिश्रा एक ही परिवार के चार भाई बहन हैं, जिन्होंने UPSC CSE पास किया है और आज सिविल सेवा से जुड़े हैं। अपनी इस सफलता से उन्होंने उत्तर प्रदेश में अपने परिवार और लालगंज गांव को गौरवान्वित किया है।
मिलिए भोपाल (मध्यप्रदेश) की 53 वर्षीया ज्योति रात्रे से, जिनके जज्बे ने उन्हें 50 की उम्र में न सिर्फ एक पर्वतारोही बनाया, बल्कि उन्होंने यूरोप की सबसे ऊँची छोटी माउंट एलब्रुस को इस उम्र में फतह करके एक रिकॉर्ड भी बनाया।
सूरत के मांडवी जिले के एक छोटे से गांव दढ़वाडा से लेकर अहमदाबाद स्थित गुजरात विद्यापीठ में पढ़ने तक का सफर अशोक चौधरी के लिए काफी मुश्किलों से भरा था। मात्र एक आँख से देख पाने और पैसों की तंगी के कारण वह चाहकर भी ज्यादा पढ़ाई नहीं कर पाए, लेकिन आज वह कई जरूरतमंद बच्चों के जीवन की मुश्किलें कम कर रहे हैं!