‘स्कॉलरशिप मास्टर’ के नाम से जाने जाने वाले दक्षिण कन्नड़ के नारायण नाइक सरकारी हाई स्कूल के रिटायर्ड शिक्षक हैं, जिन्होंने पिछले कई सालों में एक लाख से ज़्यादा छात्रों के जीवन को बदला है और उन्हें करोड़ों की स्कॉलरशिप्स दिलाईं हैं।
62 वर्षीय स्मिता सुरेंद्रनाथ ब्लागन ने अपनी सरकारी नौकरी से रिटायर होने के बाद अपने उस सपने पर ध्यान दिया जिसे वह हमेशा से पूरा करना चाहती थीं। उन्होंने गोवा के सिरिदाओ में लेक व्यू रेस्टोरेंट शुरू किया है।
रिटायर होने के बाद, थोडुपुझा (केरल) के रहनेवाले पुन्नूस जैकब ने खेती के अपने शौक़ को आजमाने का फैसला किया। आज वह ‘मंगलम फूड्स' ब्रांड के तहत, ताज़ा सब्जियां बेच रहे हैं।
कोरोनाकाल में नौकरी जाने और पिछले साल ब्रेन ट्यूमर जैसी गंभीर बीमारी का पता चलने के बाद भी, अहमदाबाद के मिलिन वाढेर ने हिम्मत हारने के बजाय अपनी पत्नी के साथ एक नई शुरुआत की है। पढ़ें, उनके टिफिन सर्विस बिज़नेस के बारे में।
मुंबई से लगभग दो घंटे की दूरी पर वासुंडे गाँव में, 100 साल पुराने बरगद के पेड़ के नीचे बना एक इको-फ्रेंडली होमस्टे- बनयान ब्लिस। इसे बनाने के लिए 69 वर्षीय विनोद नायर ने अपनी पत्नी बीना नायर के साथ 15 साल पहले मुंबई का जीवन और नौकरी छोड़ दी थी।
महाराष्ट्र के रहने वाले जगन प्रह्लाद बागड़े को 'कैक्टस मैन' के नाम से भी जाना जाता है। उनके खेतों पर जंगली जानवर और कीट अक्सर हमला किया करते थे जिससे भारी नुकसान होता था। इस गंभीर समस्या को देखते हुए वह एक एनवायरनमेंट फ्रेंडली और कम लागत वाला समाधान लेकर आए हैं।
पेशे से इंजीनियर, हरियाणा के रहनेवाले 28 वर्षीय नीरज शर्मा पिछले दो सालों से ‘मिट्टी, आप और मैं' नाम से अपना बिज़नेस कर रहे हैं। इसके ज़रिए वह अपने गांव के कुम्हारों को रोज़गार देने के साथ-साथ, आम लोगों तक केमिकल फ्री मिट्टी के बर्तन पहुंचा रहे हैं।
5,000 से अधिक किन्नरों के एक संगठन ने अपनी कमाई से एक हिस्सा निकालकर, महाराष्ट्र के कल्याण रेलवे स्टेशन के पास एक अनोखा किचन शुरू किया है। यहां वे हर दिन करीबन 500 लोगों को मात्र एक रुपये में नाश्ता और 10 रुपये में खाना खिला रहे हैं।
हरियाणा के हिसार के रहने वाले गुरसौरभ सिंह ने एक बेहद अनोखा आविष्कार किया है। उन्होंने एक ऐसी किट बनाई है जिसकी मदद से केवल 20 मिनट में किसी भी साइकिल को इलेक्ट्रिक वाहन में बदला जा सकता है।
मेटपल्ली (तेलंगाना) के प्रभाकर अल्लादी ‘प्रभात इंडस्ट्रीज़' नाम की एक कंपनी चलाते हैं। हाल ही में उन्होंने अपने बनाए मल्टीपर्पस बेड के लिए पेटेंट हासिल किया है। यह एक ऐसा बेड है जो शौचालय, पुश-बैक सीट, हैंड शॉवर, वॉश बेसिन और स्टोरेज जैसी सुविधाओं के साथ आता है।