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इंजीनियर का आविष्कार! फल-सब्जियों को बिना फ्रिज़ के ताज़ा रखेगी यह छोटी सी पुड़िया

By प्रीति टौंक

चेन्नई के दीपक राजमोहन और विजय आनंद की कंपनी ग्रीनपॉड लैब्स का आविष्कार, महंगे कोल्ड स्टोरेज सिस्टम का बनाया सस्ता विकल्प, जो फल सब्जियों को रखता है ताज़ा।

58 की उम्र में मुक्ता के सपनों ने भरी उड़ान, मॉडल बनकर छुआ आसमान

By प्रीति टौंक

शादी और घर की जिम्मेदारियां निभाते हुए मुक्ता सिंह जिन सपनों को पूरा नहीं कर पाई थीं, आज 58 की उम्र में वह उन सपनों को जी रही हैं।

सौ साल पुराने घरों की मिट्टी और पत्थरों से बना सस्टेनेबल होमस्टे

चूना, लाल मिट्टी, गाय के गोबर और भूसे जैसी चीज़ों से किए गए प्लास्टर और पुरानी मिट्टी से बनी छत तमिलनाडु के सस्टेनेबल होमस्टे 'मुथु नंदिनी पैलेस' को एक अलग लुक और एहसास देते हैं। काफ़ी गर्मी में भी इस होमस्टे का तापमान अंदर से ठंडा बना रहता है।

कभी दूसरों की मदद से पढ़ाई पूरी करने वाले अबिनाश, आज खुद के खर्च पर पढ़ा रहे हैं 300 बच्चों को

By प्रीति टौंक

चाटोशाली यानी एक ऐसी जगह जहां गांव के बच्चे इकठ्ठा होकर पढ़ाई करते हैं। अबिनाश ने ओडिशा की सालों पुरानी इस प्रथा को जिन्दा किया और संवार दिया सैकड़ों बच्चों का भविष्य।

बिहार्ट- अपने स्टार्टअप के ज़रिए बिहार की बेटी बचा रही यहां की विलुप्त कलाएं

By प्रीति टौंक

मधुबनी के अलावा भी बहुत सी कलाएं हैं बिहार के पास। इन्हें संजोने और संवारने का काम कर रही हैं सुमति और उनका स्टार्टअप Bihart।

19 साल की महक ने बनाया प्राकृतिक फ्रिज़, जिसमें बिना बिजली के भी ताज़ा रहेंगी फल-सब्जियां

By प्रीति टौंक

चेन्नई की महक परवेज़ ने एक अनोखे 'सन हार्वेस्टेड कूलरूम्स' का आविष्कार किया है। यह कोल्ड स्टोरेज का एक सस्टेनेबल विकल्प है जो फलों और सब्जियों को बिना बिजली के भी ताज़ा रख सकता है।

हरियाली का अनोखा मिशन चला रहे हैं प्रदीप, रिटायरमेंट के बाद लगाए 60 हजार पौधे

By प्रीति टौंक

ओडिशा के प्रदीप कुमार रथ ने रिटायर होने के बाद अपना पूरा जीवन पर्यावरण को समर्पित करने का फैसला किया है। 'परिवेश सुरक्षा अभियान' के ज़रिए उन्होंने गांवों की महिलाओं और बच्चों की मदद से 60,000 से अधिक पौधे लगाए हैं।

लोगों ने जिन्हें कहा भंगारवाली, प्लास्टिक बोतलें इकट्ठा कर उन्होंने बना डाला ईको-फ्रेंडली घर

जो प्लास्टिक की बोतलें हमें अकसर कचरे के ढेर में पड़ी नज़र आती हैं और सदियों तक पर्यावरण को नुकसान पहुंचाती हैं.. औरंगाबाद की दो सहेलियों नमिता कपाले और कल्याणी भारम्बे ने वही हज़ारों प्लास्टिक की बोतलें इकट्ठाकर उनसे एक ईको-फ्रेंडली घर बनाया है; जो हर मायने में सस्टेनेबल है।

पैर खोया मगर हौसला नहीं! चाय बिज़नेस से नेहा ने बनाई अपनी पहचान

By प्रीति टौंक

अहमदाबाद की नेहा भट्ट ने एक हादसे में अपने दोनों पैर खो दिए लेकिन हार मानने के बजाय उन्होंने अपने आप को नई पहचान दिलाने का फैसला किया। जानिए कैसे आज वह आत्मनिर्भर बनकर पूरे शहर में मशहूर हो गई हैं।

कचरे से कटलरी बनाकर यह कॉलेज ड्रॉपआउट कर रहा लाखों की कमाई

By प्रीति टौंक

केले के पत्ते, इमली के बीज, भूसी और मूंगफली के छिलकों से बायोडिग्रेडेबल कटलरी बनाकर कोयम्बटूर के कल्याण कुमार अच्छी कमाई करने के साथ पर्यावरण भी बचा रहे हैं।