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UN Internship: अब संयुक्त राष्ट्र में इंटर्नशिप के लिए आवेदन कर, घर से ही कर सकते हैं काम

By अर्चना दूबे

संयुक्त राष्ट्र और UNCCD के काम से संबंधित क्षेत्र में विशेषज्ञता वाले स्नातक छात्रों को संयुक्त राष्ट्र कन्वेंशन टू कॉम्बैट डेजर्टिफिकेशन (यूएनसीसीडी), आवेदन के लिए इनवाइट कर रहा है।

9 से 5 की नौकरी को किया Bye, पैशन को किया Hi! चाय बेचकर हर साल कमाते हैं 7 लाख रूपये

By पूजा दास

मध्य प्रदेश के छिंदवाड़ा के रहने वाले अंकित नागवंशी, एक सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं। लेकिन, नौकरी छोड़ कर उन्होंने Tea Business शुरू किया और बन गए ‘इंजीनियर चायवाला’।

एक IPS की श्रद्धांजलि, शहीद हेड कांस्टेबल की याद में शुरू किया मुफ़्त बुक-बैंक

By द बेटर इंडिया

छत्तीसगढ़ के युवा IPS सूरज सिंह परिहार मुफ़्त बुक-बैंक पहल से हजारों युवाओं की मदद कर रहे हैं।

छत पर ऑर्नामेंटल पौधे उगाकर हर महीने 30,000 रुपये कमातीं हैं यह गृहिणी

By निशा डागर

केरल के एर्नाकुलम में रहने वाली एक गृहिणी सुमी श्यामराज अपने घर की छत पर ओरनामेंटल पौधे उगाती हैं और इसी से वह महीने में 30 हज़ार रुपये से ज्यादा कमा रहीं हैं।

Google की नौकरी छोड़ बेचने लगे समोसे, अब इनके स्वाद के दीवाने हैं बॉलीवुड सितारे

By पूजा दास

मुनाफ के व्यंजनों में 40% भोजन शाकाहारी होता है, ऋतिक रोशन से लेकर रानी मुखर्जी तक कई हस्तियाँ उनके खाने के प्रशंसक हैं।

उत्तराखंड: नौकरी के साथ अपने छोटे से खेत में जैविक खेती कर अच्छा मुनाफा कमा रहे हैं पवन!

By निशा डागर

एक एकड़ से भी कम ज़मीन में पवन ने दाल, रागी, चेरी टमाटर और लैटस जैसी सब्ज़ियों के साथ-साथ लगभग 150 फलों के पेड़ भी लगाएं हैं!

बेटी के जन्म के बाद बनीं डॉक्टर, कंगना के पंगे से कम नहीं था संघर्षों से इनका 'पंगा'!

फिल्म देखने के दौरान निधि को लगा मानो जैसे सारे किरदार एकदम से जीवंत हो उठे हो और उनकी कहानी के इर्द-गिर्द घूमने लगे हो।

एक जॉब फेयर ने बदली इस ट्रांसवुमन की किस्मत: आज कर रही हैं इंटरनैशनल कंपनी में काम!

By सोनाली

RISE एलजीबीटी समुदाय के लिए एशिया का सबसे पहला और सबसे बड़ा जॉब फेयर है जिसमें हर वर्ग और जाती के लोग बिना किसी एंट्री फ़ीस के आ सकते है।

विदेशी किसानी में लगाया देसी तड़का, रिसर्च साइंटिस्ट बन गया मेहनती किसान!

इस देश की मिट्टी की ख़ुशबू का जादू कुछ ऐसा था कि विदेशी रुतबा, चकाचौंध और मोटी तनख्वाह भी उन्हें यहाँ लौटने से न रोक सकी!