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लॉकडाउन का किया सही इस्तेमाल, 350 दुर्लभ पेड़ों का बीज बैंक बनाकर बांटते हैं मुफ्त

By प्रीति टौंक

पालनपुर, गुजरात के 26 वर्षीय निरल पटेल ने लॉकडाउन के दौरान एक अनोखा बीज बैंक बनाया है। वह महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान तक पार्सल से विलुप्त होती वनस्पतियों और पेड़ों के बीज पहुंचाते हैं।

इस तकनीक से किया बूढ़े पेड़ों को जवान, सालभर में मिले 2 लाख किलो से ज्यादा आम

By प्रीति महावर

गुजरात के वलसाड में रहने वाले किसान राजेश शाह, ‘गर्डलिंग’ तकनीक से बूढ़े पेड़ों को फलदार बनाते हैं।

माँ-बेटे की रोड-ट्रिप, 51 दिनों में 28 राज्य, 6 यूनियन टेरिटरी और 3 इंटरनैशनल बॉर्डर

By प्रीति टौंक

यात्रा की शौक़ीन केरल की मित्रा सतीश ने अपने 10 साल के बेटे के साथ, एक शानदार रोड ट्रिप पूरी की है। उन्होंने दक्षिण भारत से लेकर, देश के पूर्वोतर राज्यों के गांवों में छिपी कला को करीब से जानने के लिए, 16,804 किलोमीटर की यात्रा की।

पुराने पेट्रोल-स्कूटर के बदले नयी ई-बाइक, ऑनलाइन एक्सचेंज सिर्फ 10 मिनट में

By प्रीति टौंक

बेंगलुरु स्थित CredR कंपनी, अपने ग्राहकों को उनकी पुरानी गाड़ी के बदले, नई ई-बाइक खरीदने का मौका दे रही है।

नौकरी छोड़, तीन भाइयों ने शुरू किया मोती पालन, गाँव के 180+ लोगों को दिया रोज़गार

By प्रीति महावर

उत्तर प्रदेश के वाराणसी जिले के नारायणपुर गांव में रहने वाले तीन भाइयों, श्वेतांक पाठक, रोहित आनंद पाठक, मोहित आनंद पाठक और उनके चाचा, जलज जीवन पाठक ने गांव वालों की मदद करने के लिए, अपनी-अपनी नौकरी छोड़कर, ‘उदेस पर्ल फार्म्स’ की स्थापना की। यहाँ मोती पालन के ज़रिए वे, 180 से ज्यादा लोगों को रोजगार दे रहे हैं।

200 प्रकार के लिली, अडेनियम और भी बहुत कुछ! एक छत, जो देती है गर्मी में भी ठंडी का एहसास

By प्रीति महावर

गुजरात, वडोदरा के राजा चड्ढा ने गर्मियों में अपने घर को ठंडा रखने के लिए, अपनी छत पर वाटर लिली, ऐवलैंच लिली, पर्पल जॉय और अडेनियम जैसे 300 से ज़्यादा पौधे उगाये हैं।

केले के पेड़ से निकले कचरे से खड़ा किया बिज़नेस, गाँव की 450 महिलाओं को मिला रोज़गार

By प्रीति टौंक

उत्तर प्रदेश के कुशीनगर के एक गाँव हरिहरपुर के 35 वर्षीय रवि प्रसाद ने, अपने ही गाँव में केला फाइबर (Banana Fiber) से रोजगार का अवसर ढूंढ निकाला है।

कृषि-कचरे से मात्र 3 महीने में बना दिया कोविड केयर सेंटर, बिजली पर नहीं निर्भर

By प्रीति टौंक

उत्तर प्रदेश की आर्किटेक्ट श्रीति पांडे ने कृषि-कचरे से पंजाब और बिहार में मात्र 3 महीने में दो कोविड केयर सेंटर बना दिए।