जैसे इंसानों और जानवरों के लिए डॉक्टर और अस्पताल होते हैं ठीक उसी तरह अमृतसर, पंजाब में IRS ऑफिसर रोहित मेहरा ने पेड़-पौधों के लिए ट्री एम्बुलेंस और अस्पताल की शुरुआत की है।
स्वर्ण मंदिर से लगभग 800 मीटर की दूरी पर, चौक पस्सियां की तंग गलियों में स्थित है 100 साल पुराना ‘केसर दा ढाबा’। दाल मखनी और राजमा चावल जैसे असली पंजाबी स्वाद के लिए तो यह मशहूर है ही, पर क्या आप इसका रोचक इतिहास भी जानना चाहेंगे?
मेरठ की सना खान ने ‘एसजे ऑर्गेनिक्स’ वर्मीकंपोस्टिंग कंपनी तब शुरू की थी जब वह बी.टेक के चौथे वर्ष में थीं। आज सना की कंपनी न केवल सालाना एक करोड़ रुपये कमाती है बल्कि 30 से ज़्यादा लोगों को रोज़गार भी देती है।
साल 2015 में UPSC सिविल सेवा परीक्षा में पूरे देश में 93वीं रैंक हासिल करने वाली गंधर्व राठौड़ ने यूपीएससी के इच्छुक उम्मीदवारों के लिए बहुत सी रोचक और व्यवहारिक बातें बताई हैं, जिन्हें पढ़कर आप भी बिना कोचिंग के इस परीक्षा की तैयारी करने का मन बना सकते हैं।
पुणे निवासी, विमल दिघे का परिवार पिछले 16 वर्षों से खाना पकाने के लिए बायोगैस का उपयोग कर रहा है, जिससे उनके LPG Cylinder पर होने वाला खर्च आधा हो गया है।
मुंबई में साल 1991 में एक ट्रस्ट के रूप में पंजीकृत ‘श्रमिक महिला विकास संघ’ ने 300 से अधिक जरूरतमंद महिलाओं को सशक्त बनाया है। यह पहल, महिलाओं को एक ऐसा मंच प्रदान करती है, जिसमें वे अपनी पाक-कला का उपयोग कर अपनी आजीविका अच्छे से चलाने में सक्षम बन रही हैं।
चेन्नई के कोट्टूरपुरम में तीन हजार वर्ग फुट की एक जमीन पर सीमेंट के मलबे और कचरे का अंबार लगा था। ग्रेटर चेन्नई कॉरपोरेशन के क्षेत्रीय उपायुक्त (दक्षिण क्षेत्र) IAS डॉ. एल्बी जॉन वर्गीज ने यहाँ Miyawaki Method से जंगल उगाने का फैसला किया।