Powered by

Latest Stories

HomeTags List Environmentalist

Environmentalist

25 साल की मेहनत से इस दम्पति ने उगाएं 6000 पौधे, बचाए सैकड़ों पक्षी

By प्रीति टौंक

मिलिए, गुजरात के शंखेश्वर इलाके के धनोरा गांव में रहनेवाले बुजुर्ग दम्पति दिनेश चंद्र और देविंद्रा ठाकर से, जिन्होंने अपने रिटायरमेंट होम को बनाया कुदरत का घर।

हरियाली का अनोखा मिशन चला रहे हैं प्रदीप, रिटायरमेंट के बाद लगाए 60 हजार पौधे

By प्रीति टौंक

ओडिशा के प्रदीप कुमार रथ ने रिटायर होने के बाद अपना पूरा जीवन पर्यावरण को समर्पित करने का फैसला किया है। 'परिवेश सुरक्षा अभियान' के ज़रिए उन्होंने गांवों की महिलाओं और बच्चों की मदद से 60,000 से अधिक पौधे लगाए हैं।

सस्टेनेबल आर्किटेक्चर का बेहतरीन नमूना है मिट्टी, स्टील और रीसाइकल्ड लकड़ी से बना यह घर

आम घरों के मुकाबले 50% कम खर्च में तैयार हुआ है कोल्हापुर में बसा 'गौड़ देश' इको फ्रेंडली घर, जहां मौजूद हैं बायो गैस, मिट्टी का फ्रिज, रेन वॉटर हार्वेस्टिंग जैसी सभी सस्टेनेबल सुविधाएं। सस्टेनेबल आर्किटेक्चर का यह बेहतरीन नमूना पर्यावरणविद् राहुल देशपांडे की पहल है, जिसे उन्होंने प्रकृति के प्रति अपनी ज़िम्मेदारी को समझते हुए बनाया है।

चाय वाले ने उठाया गांव को प्लास्टिक मुक्त करने का बीड़ा, हर महीने 50 Kg कचरा करते हैं जमा

By प्रीति टौंक

मिलिए बिसलपुर के रहने वाले काना राम मेवाड़ा से, जो एक चाय की दुकान चलाने के साथ अपने गांव को प्लास्टिक फ्री भी बना रहे हैं। पढ़ें, उनकी स्पेशल मुहिम के बारे में, जिसके कारण आज हजारों किलो प्लास्टिक लैंडफिल में जाने से बच गया।

3 हेक्टेयर जमीन और 70 प्रजाति के लाखों पेड़, कैसे इस रिटायर्ड फौजी ने बदली गांव की किस्मत

उत्तराखंड के रूद्रप्रयाग के कोटमल्ला गांव के रहनेवाले जगत सिंह चौधरी ने बीते चार दशकों में एक ऐसे मिश्रित वन को विकसित किया है, जिसमें देवदार, बांज, चीड़ जैसे 70 तरह के पांच लाख से अधिक पेड़ हैं। उनकी इस कोशिश से स्थानीय समुदायों को काफी फायदा हो रहा है।

मिलिए मध्य प्रदेश के अमृत पाटीदार से, 36 सालों में सार्वजनिक जगहों पर लगा दिए 6 लाख पौधे

By प्रीति टौंक

अपने घर के आस-पास की जगहों पर तो सभी पौधे लगाते हैं, लेकिन मध्यप्रदेश के धार जिले के अमृत पाटीदार पिछले 36 सालों से सार्वजनिक जगहों पर पेड़ लगाने का काम कर रहे हैं।

लॉकडाउन का किया सही इस्तेमाल, 350 दुर्लभ पेड़ों का बीज बैंक बनाकर बांटते हैं मुफ्त

By प्रीति टौंक

पालनपुर, गुजरात के 26 वर्षीय निरल पटेल ने लॉकडाउन के दौरान एक अनोखा बीज बैंक बनाया है। वह महाराष्ट्र, गुजरात और राजस्थान तक पार्सल से विलुप्त होती वनस्पतियों और पेड़ों के बीज पहुंचाते हैं।

सिक्किम: 20 ट्रक कचरा निकालकर, पीने योग्य बना दिया झील का पानी, एक युवक की प्रेरक कहानी

By पूजा दास

यह प्रेरक कहानी सिक्किम के एक युवक, संगे लामा की है, जिन्होंने लोगों की मदद से त्सोमगो झील (tsomgo lake sikkim) को कचरा मुक्त कर दिया है।

30 सालों तक लगाते रहे पौधे और जीवित कर दिया गाँव का सूखा झरना

By निशा डागर

उत्तराखंड के बागेश्वर जिले में सिरकोट गाँव के रहने वाले 55 वर्षीय जगदीश चंद्र कुनियाल ने पिछले 30 सालों में लगभग 15000 पेड़-पौधे लगाकर, गाँव के पुराने झरने को एक बार फिर से जीवित कर दिया है।